केस्को के कंरट से ट्रांसमिशन को झटका
--220 केवी गोविंद नगर ट्रांसमिशन स्टेशन की राह में खुद केस्को रोड़ा बना, जबकि इससे सबसे ज्यादा फायदा केस्को को ही
- पैसा जमा करने पर भी केस्को प्रपोज्ड ट्रांसमिशन स्टेशन के ऊपर से गुजर रहीं है एचटी लाइनों को नहीं कर रहा शिफ्टKANPUR: गोविन्द नगर 220 केवी ट्रांसमिशन स्टेशन की राह में खुद केस्को रोड़ा बना हुआ है। जबकि इस ट्रांसमिशन के बनने का सबसे अधिक फायदा केस्को को ही होगा। ट्रांसमिशन ऑफिसर्स ने स्टेशन बनाने का काम शुरू कर दिया था लेकिन प्रपोज्ड ट्रांसमिशन स्टेशन के ऊपर से केस्को की दो हाईटेंशन लाइन गुजर रही है। इन हाईटेंशन लाइनों को शिफ्ट कराने के लिए ट्रांसमिशन ने केस्को में पैसा भी जमा कर दिया है। बावजूद इसके केस्को ने अभी तक लाइनें शिफ्ट नहीं की हैं। जिसकी वजह से ट्रांसमिशन स्टेशन का काम प्रभावित है। केस्को की इस लापरवाही की वजह से लोगों को अभी भी समस्याओं से जूझना पड़ेगा।
कई प्रॉब्लम्स से मिलेगा छुटकाराशास्त्री चौक बर्रा के पास 220 केवी गोविन्द नगर ट्रांसमिशन पास हुआ था। इसे बनाने की जिम्मेदारी ट्रांसमिशन को दी गई है। इस ट्रांसमिशन के बनने से केस्को को कई फायदे मिलने हैं। एक तो उसे फोरलेन हाइवे के पार बने 132 केवी मेहरबान सिंह का पुरवा ट्रांसमिशन स्टेशन के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा। केस्को के सबस्टेशनों के लिए फोरलेन हाइवे और दिल्ली-हावड़ा लाइन के पार से केबल नहीं लानी पड़ेगी। इस ट्रांसमिशन से केस्को सबस्टेशन के लिए केबल बिछाने के लिए एनएचएआई की परमीशन का इंतजार करना पड़ता है। फॉल्ट होने पर उसे बनाने के लिए भी एनएचएआई की परमीशन लेनी पड़ती है। जिसके चलते सबस्टेशन काफी समय तक ठप रहते हैं।
इन इलाकों को मिलेगा फायदा इसी तरह पनकी 220 केवी ट्रांसमिशन स्टेशन केस्को स्टेशनों के लिए लाइन लाने व फॉल्ट होने पर बनाने के काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गोविन्द नगर में ट्रांसमिशन स्टेशन बन जाने पर दबौली, विद्युत कालोनी, गोविन्द नगर, ई ब्लाक गुजैनी, पराग डेयरी, परमपुरवा के अलावा इंडस्ट्रियल एरिया के कई सबस्टेशन के कनेक्टिविटी आसान हो जाएगी। लंबी -लंबी लाइन, पेड़ों के कारण फाल्ट आदि समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाएगा। ---------- मामले की जानकारी करके जो भी समस्याएं हैं जल्द उन्हें हल कराया जाएगा। जिससे जल्द से जल्द ट्रांसमिशन स्टेशन बनने का काम शुरू हो सके और शहरवासियों को राहत मिले। शैलेन्द्र कुमार, चीफ इंजीनियर केस्को गोविन्द ट्रांसमिशन बनने से फायदे -- केस्को सबस्टेशनों के लिए फोरलेन हाइवे और दिल्ली-हावड़ा ट्रैक के पार नहीं लानी पड़ेगी केबल-- केबल लाने और उसमें फाल्ट होने पर एनएचएआई की एनओसी के इंतजार में ठप नहीं होंगे सबस्टेशन
-- दूरी कम हो जाने पर लाइन फॉल्ट होंगे कम, पेड़ों के बीच से गुजरी लाइन के कारण होती है ट्रिपिंग -- मेहरबान सिंह पुरवा व गोविन्द नगर ट्रांसमिशन स्टेशन में ओवरलोडिंग की समस्या नहीं रह जाएगी