मां मैं काबिल बेटा नहीं बन पाया हो सके तो मुझे माफ कर देना. मेरी मौत का जिम्मेदार मैं खुद हूं. मुझ पर किसी तरह का कोई दबाव नही है. शुक्रवार को बीफार्मा सेकेंड ईयर के स्टूडेेंट ने सुसाइड नोट लिख कर जान दे दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.


कानपुर (ब्यूरो) गोविंद नगर थानाक्षेत्र के साढ़े छह ब्लाक निवासी 27 साल के विशााल दुबे ने शुक्रवार दोपहर को कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई डॉ। गौरव दुबे का घर के निचले हिस्से में क्लीनिक है। डॉ। गौरव ने बताया कि उनका छोटा भाई विशाल बीफार्मा सेकेंड ईयर का स्टूडेंट था। रोजना की तरह वह शुक्रवार दोपहर क्लीनिक में थे और गौरव कमरे में पढ़ाई कर रहा था। काफी देर तक बाहर न निकलने पर मां नीरु ने दरवाजा खटखटाया तो अंदर से कोई आवाज नहीं आई। मां ने कमरे में झांक कर देखा तो उनके होश उड़ गए। मां की चीख सुनकर गौरव ने ऊपर जाकर देखा तो विशाल का शव पंखे से लटक रहा था। परिजनों की सूचना गोविंद नगर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव की तलाशी ली तो उसकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने अपनी मौत का जिम्मेदार खुद को बताया। पुलिस ने सुसाइड नोट कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

Posted By: Inextlive