बीजिंग गए भारतीय लड़कों की लड़कियों से 'अभद्रता'
इस दल के तीन सदस्यों ने नाम ज़ाहिर नहीं करने की शर्त पर बीबीसी को विस्तार से बताया कि किस तरह भारतीय दल में शामिल सात-आठ लड़कों ने लड़कियों को कथित तौर पर परेशान किया और उनके साथ छेड़खानी की।
उन्होंने बताया कि हालत इतनी बुरी हो गई थी कि अधिकारियों ने किसी अप्रिय घटना को ना होने देने के लिए फ़ौरन युवकों और युवतियों को अलग कर उन्हें अलग बसों में बैठाया।ये भी बताया गया कि बीजिंग दौरे पर गईं, युवा और खेल मामलों की सचिव नीता चौधरी ने दल के कुछ युवा सदस्यों को बीच दौरे से वापस भेज दिए जाने की चेतावनी भी दी। बीबीसी ने नीता चौधरी से भी संपर्क करने की कोशिश की मगर उनसे बात नहीं हो सकी।हालाँकि बीबीसी ने इस दल के साथ गए, युवा मामलों के मंत्रालय में अधिकारी आरके सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने माना कि कुछ आपत्तियाँ आई थीं मगर ना तो कोई औपचारिक शिकायत हुई ना ही कोई गंभीर घटना हुई है।
भारत और चीन के युवाओं के बीच सांस्कृतिक मेल-जोल के उद्देश्य से दोनों देश पहले भी एक-दूसरे के यहाँ युवाओं के दल भेजा करते रहे थे। इस बार बीजिंग गए करीब 100 से ज्यादा लोगों के भारतीय दल में 30 के आस-पास युवतियाँ थीं। 10 दिन की यात्रा में चीन के विभिन्न शहरों और प्रांतों का दौरा करने के बाद ये दल गत शनिवार को भारत लौटा।
'अभद्रता'दौरे में गई एक युवती ने बताया कि लड़कों के एक गुट की अभद्र हरकतें यात्रा के दूसरे दिन से ही शुरू हो गई थीं। एक लड़की ने कहा, “शुरुआत में सभी मज़ाक कर रहे थे। उसके बाद इन लड़कों ने इन लड़कियों के कपड़े, शारीरिक बनावट के बारे में अपशब्द और भद्दे मज़ा करना शुरू कर दिया। उन्होंने उन्हें 'चिंकी' के अलावा बहुत गंदी बातें कहीं। वो ये सब बातें सुबह के नाश्ते के दौरान उनके मुँह पर ही कह रहे थे.”लड़कियों के मुताबिक शिकायत की बात इन लड़कों को पसंद नहीं आई। लड़की ने कहा, "जब इन लड़कों को उनके बारे में की गई शिकायत के बारे में पता चला तो उन्होंने लड़कियों से संपर्क करने की कोशिश की कि उन्होंने क्या गलत किया है। उन्होंने लड़कियों के होटल के कमरे में फोन किए। एक लड़के ने एक लड़की को धमकी देकर कहा कि वो उसे दिल्ली में देख लेगा.”दल में शामिल लड़कियों के मुताबिक परेशान करने वाले ज्यादातर लड़के खुद को राजनीतिक दलों से जुड़ा बता रहे थे। एक लड़की ने बताया, “हम सभी को तीन बसों में ले जाया गया, लेकिन इन लड़कों ने भद्दी भाषा में पेश आना शुरू किया। वो खुले आम अश्लील बातें कर रहे थे और गाने गा रहे थे। उनका निशाना खासकर चीन की लड़कियाँ थीं जिन्होंने छोटे कपड़े पहने हुए थे। ये सभी अपने आपको राजनीतिक दलों से जुड़ा युवा नेता कह रहे थे.”
इनकारचीन की लड़कियाँ भी भारतीय लड़कों के कथित दुर्रव्यवहार से कथित तौर पर बेहद नाराज़ थीं। दल में शामिल एक भारतीय युवक ने कहा कि वो महिलाओं के साथ हुई बदतमीज़ी से इतना क्षुब्ध था कि वो तुरंत वापस भारत आना चाहता था।उधर आरके सिंह ने इस बात से इंकार किया कि किसी लड़की ने शिकायत से भरा कोई ईमेल किसी अधिकारी को भेजा। उनके मुताबिक कोई भी गंभीर घटना नहीं हुई है।सिंह ने कहा, “अगर किसी लड़की ने ऐसी चिट्ठी भेजी है तो इस बारे में मुझे पता नहीं है। हम राजनीतिक पार्टियों से दल में हिस्सा लेने के लिए लोगों के नाम मंगवाते हैं। मुझसे ऐसी शिकायत किसी ने नहीं की है। जिन लड़कों का नाम आया था उनसे लिखित में लिया गया था कि वो ऐसा दोबारा नहीं करेंगे। ये लड़के ऐसे ही बस के पीछे बैठकर मजाक कर रहे थे."
जब इन लड़कियों से पूछा गया कि वो खुल कर मीडिया में ये शिकायत क्यों नहीं कर रही हैं तो उन्होंने इसका कारण इन लड़कों से होने वाला खतरा बताया।