शादी के लिए घर से भागे प्रेमी-प्रेमिका ने दी जान
कानपुर (ब्यूरो) मृतक लड़के के दोस्त का कहना है, दोनों का 2 साल अफेयर चल रहा था। परिवार वाले शादी के लिए तैयार नहीं थे। सोमवार सुबह दोनों करीब 5 बजे घर से निकले थे। मंदिर में शादी करने के बाद जहर खा लिया। वहीं पुलिस मामले को संदिग्ध मान कर जांच कर रही है।
जाति एक नहीं थीघटना सिकंदरा थाना क्षेत्र के नंदना गांव की है। दोनों के शव घर से 1 किलोमीटर दूर मंदिर के बाहर मिला है। दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे। दोनों बीएसी कर रहे थे। लड़के के दोस्त ने बताया कि दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन दोनों की जाति एक नहीं थी। दोनों के घर में भी इस बात को लेकर विवाद होता रहता था। रविवार को प्रेमिका के पिता उसकी शादी तय करने झींझक गए थे।
भागकर शादी करने वाले थे
दोस्त ने बताया, लड़की इस बात से बहुत परेशान थी। उसने प्रेमी को भी ये बात बताई। इसके बाद दोनों ने भाग कर शादी करने का प्लान बनाया था। लेकिन मुझे ये नहीं पता था कि दोनों शादी के बाद सुसाइड कर लेंगे। मैं शादी करवाने भी साथ नहीं गया था। सोमवार सुबह मुझे उनकी मौत की खबर मिली है।
कई बार शिकायत की
लड़के की मां ने बताया कि हम लोग कई बार लड़की की मां से इस बात की शिकायत कर चुके थे। वो लोग कहते थे, मेरी लड़की किसी से बात नहीं करती है। बल्कि, उनकी बेटी मेरे बेटे से फोन पर बात करती थी। वो लोग मिलते भी थे। वहीं प्रेमिका का परिवार मामले में कुछ नहीं कह रहा है। दोनों के परिवार खेती किसानी करते हैं।
सीओ रविकांत गौड़ थाना प्रभारी रामगोङ्क्षवद मिश्रा पहुंचे और जांच की। फॉरेंसिक टीम को कोल्ड ङ्क्षड्रक की खाली बोतल, ङ्क्षसदूर की पुडिय़ा व कीटनाशक की पांच पुडिय़ा मिली। टीम ने इसे सुरक्षित किया। गांव व आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। युवती की मां सीमा देवी बेटी, बड़ी बहन कोमल, भाइयों साहिल, पप्पू व पिता का रोकर हाल बुरा हो गया। वहीं उमेश के पिता, भाई छोटू व पप्पू भी बिलखने लगे। पुलिस को परिजनों ने बताया कि पता नहीं था कि दोनों के रिश्ते को स्वीकार न करने पर जान दे देंगे। सीओ सिकंदरा रविकांत गौड़ ने बताया कि प्रेम संबंध में विफल होने पर जान दी है। जांच की जा रही है
मौत पर इसलिए उठ रहे सवाल
- लड़का और लड़की के शवों में मिट्टी लगी है। देखने में ऐसा लग रहा है कि दोनों को खेतों में घसीटा गया है। शव के पास पैरों के निशान भी नजर आ रहे हैं।
- पूरी घटना को लेकर ग्रामीणों ने चुप्पी साध रखी है। गांव की महिलाएं सुबह एक साथ खेत जाने के लिए निकलती हैं, फिर लड़की को किसी ने कैसे नहीं देखा।
- सुबह मंदिर में दोनों को शादी करते हुए किसी ने नहीं देखा। सभी सुबह ही मंदिर जाते हैं। खेत में जब दोनों तड़प रहे थे तो उन पर किसी की नजर कैसे नहीं गई।