तिरंगे से लिपटकर घर लौटा कानपुर का 'दीपक'
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KANPUR : थर्सडे देर शाम शहीद कारपोरल दीपक पांडेय का पार्थिव शरीर एयरफोर्स के विशेष विमान से चकेरी एयरपोर्ट पर उतरा। सूचना मिलते ही माता-पिता चित्कार कर अपने लाल की एक झलक पाने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन परिजनों ने उन्हें रोक लिया। मां पुकार रही थी कि मेरा लाल आ गया, अब वह मुझसे मिलेगा। वह बदहवास होकर भगवान से उसके लौट आने की दुआ कर रही थी, लेकिन सच्चाई से पिता ने मुंह नहीं मोड़ा। पिता रोते हुए कह रहे थे कि अब जिंदगी भर इस बात का दुख जरूर रहेगा कि शायद आखिरी समय में वह अपने जिगर के टुकड़े का चेहरा भी नहीं देख पाएंगे। एयरफोर्स के अधिकारियों के मुताबिक सुबह 8 बजे परिजनों को पार्थिव शरीर सौंपा जाएगा। जिसके बाद जाजमऊ घाट पर शहीद दीपक का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सम्मान के साथ्ा उतारा गया
एयरफोर्स का विशेष विमान एएन-32 पार्थिव शरीर लेकर चकेरी एयरपोर्ट पर शाम 6.12 बजे उतरा। इसके बाद पूरे सैनिक सम्मान के साथ तिरंगे में लिपटे कॉफिन को उतारा गया। भारी मन से जवानों ने एक सैनिक के शव को अपने कंधों पर रखा। उनकी आंखों में आंसू थे, लेकिन सीना गर्व से और अधिक चौड़ा था। ब्रिगेडियर सुधींद्र इटनाल ने पार्थिव शरीर को कंधा दिया। एयरपोर्ट पर शहीद को सैन्य सम्मान के साथ सलामी दी गई। पार्थिव शरीर को 7-एयरफोर्स हॉस्पिटल की मॉर्चिरी में रखा गया है।
डीएम विजय विश्वास पंत ने बताया कि पूरे राजकीय सम्मान के साथ फ्राइडे को जाजमऊ घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। पूरे सम्मान के साथ सैनिक वाहनों के जरिए अंतिम यात्रा निकाली जाएगी। पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे
शहीद दीपक पांडेय को श्रद्धांजलि देने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। वहीं पूर्व सैनिकों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए। नारों की वजह से गमगीन माहौल में जोश भर गया। लोगों ने 'जब तक सूरज-चांद रहेगा, दीपक तुम्हारा नाम रहेगा' जैसे नारे भी लगाए।