चकेरी-इटावा सिक्स लेन नेशनल हाईवे पर हादसों पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू हो गई. एक्सप्रेस-वे की तरह इस नेशनल हाइवे पर भी दोनों साइड क्रैश बैरियर लगेंगे. मीडियन को भी दोनों साइड से क्रैश बैरियर से कवर किया जाएगा. जिससे अचानक हाईवे पर कोई न आ सके. साथ ही गाडिय़ों की ओवरस्पीडिंग रोकने को पूरा हाइïवे सीसीटीवी और हाईस्पीड कैमरों से लैस होगा. यही नहीं स्कूल-कॉलेज हॉस्पिटल अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों के आसपास मार्किंग होगी और साइनेज लगेंगे. रोड सेफ्टी के अंर्तगत नेशनल हाईवे ऑफ इंडिया ने इन कार्यो के लिए 86.40 करोड़ से टेंडर कॉल किए हैं.

कानपुर (ब्यूरो यूपी में सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट्स में मौतें कानपुर में ही होती है। एनसीआरबी की वर्ष 2020-21 की रिपोर्ट के मुताबिक इस फाइनेंशियल ईयर में कानपुर में 599 रोड एक्सीडेंट हुए। इसमें 299 लोग घायल हुए और 593 लोगों की मौत हुई। हलांकि इस वर्ष हादसों की संख्या जरूर लखनऊ में अधिक रही, लेकिन सडक़ हादसों में मौतें कानपुर में अधिक रहीं। इनमें हादसों में मौतों की संख्या का ग्र्राफ हाईवे पर अधिक रहा है। इस साल ही कानपुर से गुजरने वाले सभी नेशनल हाइवे पर टोटल 110 हादसे हुए। इनमें 57 लोगों की मौत हुई और 59 लोग घायल हुए।
हादसों की संख्या बढ़ती जा रही
कानपुर-इटावा हाईवे सिक्स लेन हो गया, इससे हाईवे पर गाडिय़ों की स्पीड और भी बढ़ गई है। लोग फर्राटा भरते चले जाते हैं। लेकिन रोडसेफ्टी के उपाय प्रॉपर नहीं किए गए है। आधे-अधूरे उपायों की वजह हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। क्योंकि पूरे हाइवे पर क्रैश बैरियर या रेलिंग वॉल नहीं है। जगह-जगह से छूटे क्रैश बैरियर की जगह से से हाईवे के आसपास बसी बस्तियों से अचानक लोग गाड़ी लेकर आ जाते हैं। शार्ट कट के कारण यहां से रांग साइड में गाड़ी ले आते हैं। यही नहीं स्ट्रीट एनीमल भी धमाचौकड़ी करते हुए पहुंचे जाते हैं। इससे तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहे लोग रोड एक्सीडेंट का शिकार हो जाते हैं। इसी तरह पूरे हाईवे पर मीडियन भी नहीं है या जहां है भी टूट गया है। जिससे शार्टकट के चक्कर लोग गाड़ी लेकर और पैदल भी दूसरी साइड पहुंच जाते हैं। ये भी रोड एक्सीडेंट का कारण साबित होता है।
कैमरे फास्ट टैग को रीड करेंगे
लगातार हो रहे रोड एक्सीडेंट्स से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के ऑफिसर अलर्ट हो गए है। पहले से सुप्रीम कोर्ट का भी हादसों को लेकर रूख सख्त है। शायद इसी वजह से एनएचएआई ऑफिसर्स ने चकेरी से इटावा तक 160 किलोमीटर सिक्स लेन नेशनल हाईवे पर रोड सेफ्टी वर्क कराने की तैयारी की है। एनएचएआई के रीजनल ऑफिसर सुरेश शर्मा की ओर से 86.40 करोड़ से टेंडर कॉल किए गए हैं। एनएनएआई ऑफिसर्स के मुताबिक एक्सप्रेस-वे की तरह स्पीड लिमिट की जानकारी के जगह-जगह और सीसीटीवी कैमरे व हाईस्पीड कैमरे लगेंगे। ये हाईस्पीड कैमरे 360 डिग्र्री एंगल तक घूमने वाले 240 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पर गाड़ी में फास्ट टैग को रीड करने वाले होंगे। ओवरस्पीड पर इन कैमरों की मदद से फास्ट टैग लगवाने वाले के मोबाइल पर अलर्ट मैसेज पहुंच जाएगा।

&& चकेरी से इटावा तक अभी काफी जगहों पर दोनों साइड क्रैश बैरियर नहीं लगे। जिससे हाईवे पर स्ट्रे एनीमल और रांग साइड से गाड़ी लेकर लोग आ जाते हैं। दोनों किनारों के अलावा मीडियन पर दोनों तरफ क्रैश बैरियर लगाया जाएगा। जिससे लोग पैदल या गाड़ी लेकर दूसरे साइड की लेन पर न जा सके। हाईवे के किनारे स्कूल-कालेज, हॉस्पिटल आदि जगहों पर साइनेज लगाने के साथ, मार्किंग भी जाएगी। जिससे वाहन सवार अलर्ट हो जाए। गाड़ी धीमी कर लें। फुटपाथ भी बनाए जाएंगे.&य&य
अर्जुन डांगे, डिप्टी मैनेजर एनएचएआई


रोड एक्सीडेंट्स में हुई मौतें
रोड एक्सीडेंट--599
डेथ-- 593
इंजर्ड- 299
(एनसीआरबी रिपोर्ट 2020-21)
कानपुर-इटावा हाईवे
--160 किलोमीटर दूरी तक होगा रोड सेफ्टी वर्क
-- 6 लेन है चकेरी से इटावा तक हाईवे
-- 86.40 करोड़ से होंगे रोडसेफ्टी वर्क
-- 20 मार्च को पड़ेंगे टेंडर
-- 21 मार्च को ओपेन होंगे टेंडर
ये रोड सेफ्टी वर्क होंगे
- हाईवे के दोनों किनारों पर क्रैश बैरियर लगेंगे
- मीडियन पर भी दोनों साइड क्रैश बैरियर लगेंगे
- स्पीड लिमिट के साइनेज लगेंगे
-ओवरस्पीडिंग रोकने को कैमरे लगेंगे
- स्कूल-कालेज, हॉस्पिटल के आसपास साइनेज लगेंगे
- हाईवे पर होगी मार्किंग, फुटपाथ भी बनेंगे

Posted By: Inextlive