हर्ष फायरिंग में मौत पर बीजेपी नेता गिरफ्तार
कानपुर (ब्यूरो) शुक्रवार देर रात टाटमिल स्थिल रॉयल गार्डन में बीजेपी नेता रामजी गुप्ता के भाई का शादी समारोह था। इसी में जिम संचालक मोहम्मद सादिक बाउंसर के तौर पर शामिल था। सादिक के छोटे भाई साजिद ने बताया कि सादिक जिम चलाने के अलावा पार्ट टाइम बाउंसर का काम करता था। साढ़े आठ सादिक रॉयल गार्डन पहुंचे थे। साजिद ने बताया कि डीजे पर रामजी गुप्ता, उनके साथी पंकज तिवारी और आशू नाचते हुए हर्ष फायरिंग कर रहे थे। बाउंसर्स ने रोकने का प्रयास किया मगर वह नहीं माने। इसके बाद सादिक उन्हें समझाने गया। तब तीनों ने सादिक को वहां से गालियां देते हुए भगा दिया और कहा फायरिंग तो होगी। इसके बाद फिर हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें गोली सादिक की दांई ओर पीठ में लगी। उसके शरीर में छर्रे धंस गए और वह जमीन पर गिर पड़ा। साथी सादिक को उठाकर कृष्णा अस्पताल ले गए।
डॉक्टर ने कहा, हैलट ले जाओ
कृष्णा अस्पताल के बाहर गाड़ी में ही डॉक्टर ने देखा और कहा कि इसे हैलट या कार्डियोलॉजी ले जाओ। साजिद के मुताबिक उसे हैलट लाया गया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद सादिक को मृत घोषित कर दिया। साजिद की तहरीर पर पुलिस ने रामजी गुप्ता, पंकज तिवारी और आशू के खिलाफ धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) और 504(साशय अपमानित करना) की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
भाई साजिद ने कहा कि वह सात बार मिस्टर कानपुर रह चुका है और एक बार मिस्टर यूपी रहा है। वर्तमान में वह सन 2024 में होने वाले मिस्टर इंडिया के लिए तैयारी कर रहा था। साजिद ने कहा कि उसके भाई को जानबूझकर मारा गया है। पुलिस को भी यही बताया गया मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। सादिक का पोस्टमार्टम शनिवार शाम को पूरा हो सका। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार उसके शरीर में 57 छर्रे लगे जिसमें कुछ छर्रों ने अंदरूनी अंगों को नष्ट कर दिया। अधिक खून बहने से सादिक की मौत हो गई।
परिवार पर आर्थिक संकट
सादिक 2007 से 2016 के बीच सात बार मिस्टर कानपुर (शारीरिक सौष्ठव प्रतियोगिता के विजेता) रहे। 2017 में पहली बार मिस्टर यूपी चुने गए थे। छह साल पहले मीरपुर कैंट में उन्होंने मीनारी मस्जिद के पास गुलजार अल्टिमेट के नाम से जिम खोला। जिम न चलने के वजह से वह दुकान और बिजली का बिल भी नहीं भर पा रहे थे। आर्थिंक संकट के चलते सादिक ने रात में बाउंसर की नौकरी करना शुरू कर दिया था। भाई साजिद का कहना था कि पिता की मौत के बाद से वह घर खर्च चला रहे थे। उनकी मौत से पूरा परिवार सड़क पर आ गया।
भाई साजिद ने बताया कि शादी समारोह में देख रेख के लिए मीरपुर के रहने वाले अडवानी (नाई) नाम के शख्स ने बुक किया था। प्रति बाउंसर 800 रुपये देने की बात तय हुई थी। भाई की मौत के बाद न तो कोई देखने आया। ना ही कोई मदद की गई। आरोपी रामजी गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। परिवार वालों को अगर ये हत्या लगती है तो इस बिन्दु पर भी जांच करा कर देखा जाएगा। जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
- मनीष सोनकर, एडीसीपी ईस्ट