डेंगू का बढ़ते कहर और मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते शासन ने बड़ा फैसला लिया है. डेंगू से बचाव और मरीजों के बेहतर ट्रीटमेंट के लिए सैटरडे को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिव्यू मीटिंग की. उन्होंने हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर जिले में डेंगू से बचाव के लिए डेडीकेटेड हॉस्पिटल तैयार करें. एक ऐसा हॉस्पिटल जहां सिर्फ डेंगू पेशेंट्स का ही इलाज किया जाए. वहीं इन हॉस्पिटल्स को स्टेट लेवल पर बने इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से जोड़ा जाए.

कानपुर (ब्यूरो) हालात को गंभीरत से लेते हुए सीएम ने सभी मंत्रियों को फील्ड पर रहने के आदेश दिए हैं। कहा, डेंगू से बचाव के लिए किए जा रहे इंतजामों की जांच करें और जहां सुधार की जरूरत हो वहां सुधार कराएं। अधिकारियों से कहा कि अस्पताल में आने वाले हर मरीज के लिए बेड की व्यवस्था की जाए। सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में डेंगू और प्लेटलेट््स की जांच की सुविधा हर हाल में उपलब्ध कराई जाए। डेंगू की रोकथाम के लिए बेहतर सर्विलांस की व्यवस्था हो और मरीजों को चिह्नित करने के लिए घर-घर जाकर स्क्रीङ्क्षनग की जाए।

- डेडीकेटेड हॉस्पिटल्स को इंट्रीग्रेटेड कमांड सेंटर से जोड़ें
- हर पेशेंट को भर्ती करने के लिए बेड की व्यवस्था हो
-सरकारी अस्पतालों में डेंगू और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा हो
- डेंगू की रोकथाम के लिए बेहतर सर्विलांस की व्यवस्था हो
-मरीजों को चिह्नित करने के लिए घर-घर जाकर स्क्रीङ्क्षनग की जाए
- सभी मिलकर काम करें, डेंगू से बचाव के लिए जारूकता फैलाएं

डेंगू: कानपुर का हाल
- 7 मौतें डेंगू के कारण हो चुकी हैं अब तक
- 152 एक्टिव केस डेंगू के कानपुर जिले में
-56 पेशेट्स अस्पतालों में भर्ती, बाकी घर पर
- 40 नए पेशेंट डेंगू के सामने आए सैटरडे को
- 31 पेशेंट में उर्सला में हुई डेंगू की पुष्टि
- 9 पेशेंट में जीएसवीएम में डेंगू की पुष्टि
- 17.86 रही डेंगू संक्रमण की दर सैटरडे को

Posted By: Inextlive