हार के साथ बाइचुंग की विदाई
चारों गोल मुकाबले के पहले ही हॉफ में हुए। दिल्ली में हुए इस मैच में मारियो गोमेज़ ने 14वें मिनट में पहला गोल किया जबकि 29वें और 37वें मिनट में टॉमस मुलर ने दो गोल दागे। हॉफ़ टाइम से ठीक पहले 43 वें मिनट में बैस्टियन श्वाइंसटाइगर ने दाए पैर से किक मार एक शानदार गोल किया।
पहले हॉफ़ में भारतीय खिलाड़ीयों में जर्मन प्रतिद्वदियों के सामने कोई ख़ास जोश दिखाई नहीं दिया जबकी दूसरे हॉफ में भारतीय टीम असल में एक टीम की तरह जोश में खेलती दिखाई दी।बाइचुंग ने मैच के बाद कहा, “भारतीय टीम पहले हाफ में बायर्न के बड़े खिलाडि़यों के नाम से प्रभावित दिखाई दी लेकिन दूसरे हॉफ में भारतीय टीम ने बेहतर खेल दिखाया। अगर इस मैच को देखा जाए तो भारतीय टीम का प्रदर्शन संतोषजनक रहा.”बाइचुंग ने भरोसा जताया कि बायर्न म्युनिख के बड़े खिलाडियों के साथ खेलने के बाद भारतीय टीम का मनोबल बढ़ा होगा और वो आगे आने वाले मुक़ाबलों में बेहतर कर पाएंगे।
धन्यवादइस मौक पर बाइचुंग ने मीडिया का भी धन्यवाद किया और कहा, “ये सिर्फ़ पत्रकार और खिलाड़ी का रिश्ता नहीं बल्कि मैंने इन 16 वर्षों में कुछ अच्छे दोस्त भी बनाए हैं.”मैच के बाद बायर्न के खिलाडी आयन रॉबिन ने भारतीय टीम के बारे में कहा, “शारीरिक तौर पर भारतीय खिलाड़ी बहुत अच्छे हैं उनके पास ताक़त है, गति है और अगर उन्हें अच्छी सुविधाएं मिलें तो वो तकनीकी रुप से अपने स्तर को सुधार सकते हैं.”
आयन रॉबिन ने उम्मीद जताई कि बायर्न जैसी बेहतर टीम के साथ खेलने का अनुभव भारतीय टीम को मदद करेगा। आयन ने ये भी कहा कि भारतीय टीम उनको प्रभावित करने में कामयाब रही।मैच के बाद भारतीय टीम के कोच सेवियो ने भी माना कि भारतीय टीम बायर्न के स्टार खिलाडियों के नाम से कुछ ज़्यादा ही प्रभावित थे और एक टीम की तरह नहीं खेल पा रहे थे। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में खेले गए इस मुकाब़ले में भूटिया को विदाई देने के लिए ख़ासी संख्या में दर्शक पहुँचे।जर्मन क्लब बायर्न म्युनिख के लिए खेलने वाले फुटबॉल जगत के जाने माने नाम होने की बजह से दर्शक भी काफी उत्साहित थे। इस मुक़ाबले में बायर्न म्युनिख की टीम पूरी ताक़त के साथ मैदान पर उतरी।राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान रौशन रहने बाले जवाहरलाल नेहरु स्टेडियम में मंगलवार को दोबारा रौनक दिखाई दी। मैदान में दर्शक काफी संख्या में मौजूद थे और दर्शकों के बीच कुछ पोस्टर भी नज़र आए। दर्शक पोस्टर लिए हुए थे जिसपर लिखा था- एक युग का अंत, एक परंपरा की शुरुआत।