रहें सावधान वरना लुट जाएंगे आप
- ओएलक्स पर भी साइबर ठगों ने बिछा रखा है जाल
-बायर या सेलर बनकर कानपुर में बीते 15 दिन में कई लोगों को बना चुके हैं शिकार, लाखों की कर डाली ठगी - वेबसाइट पर खरीदने-बेचने का एड डालते ही आता है ठगों का मैसेज, टारगेट के एकाउंट में पैसे डालकर जीतते हैं भरोसा >kanpur@inext.co.inKANPUR : होली का त्योहार करीब है। अगर आप कुछ नया सामान खरीदने के साथ घर का पुराना सामान ओएलएक्स पर बेचने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। क्योंकि बॉयर और सेलर बनकर साइबर ठगों ने यहां भी अपना जाल बिछा रखा है। जो आए दिन लोगों को तरह-तरह से अपने झांसे में लेकर उन्हें लूट रहे हैं। बीते क्भ् दिनों की बात करें तो चार लोगों के साथ लाखों की ठगी का मामले सामने आ चुके हैं। ओएलएक्स पर एड डालते ही आपकी आईडी और पासवर्ड हैक कर साइबर ठग काम पर लग जाते हैं। यानि एक छोटी सी लापरवाही और आप फंस गए शातिरों की चंगुल में। लेकिन थोड़ा सा अलर्ट रहकर आप इस तरह की वारदातों से बच सकते हैं।
मशीन बिकी नहीं, ख्क्000 गएओएलएक्स पर लोगों को साथ फ्रॉड होना आम हो चुका है। फ्रॉड करने वाले आए दिन नए तरीके निकाल कर लोगों को निशाना बनाते हैं। ऐसा ही एक नया मामला चकेरी के मंगला विहार में सामने आया है। यहां रहने वाले रूपेश कुमार के साथ ख्क्,000 रुपये की ठगी हो गई। रूपेश ने एक वॉशिंग मशीन बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डाला था। जिसके तुरंत बाद एक बायर का मशीन खरीदने के लिए मैसेज आया। बायर ने पेमेंट पेटीएम के जरिए करने को कहा। ट्रॉयल के लिए उस शख्स ने रूपेश को ख् रुपये भेजे और इधर से भी ख् रुपये भेजने को कहा। दलील दी कि पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) से ट्रांसफर इसी तरह से किया जाता है।
भरोसे जीतकर फ्रॉडइसके बाद उसने कहा कि पेटीएम में म्,000 रुपये सेंड करें और वो भी म्,000 सेंड करेगा। इसके पीछे भी दलील ये दी गई कि पीओएस ट्रांसफर ऐसे ही काम करता है। रूपेश कुमार द्वारा भेजे गए म्,000 रुपये, इसके बाद पेटीएम में उधर से कोई अमाउंट नहीं आया। हालांकि इसके बाद भी फ्राड करने वाले ने ये कहा कि ऐसा नहीं होता है और पैसे पेटीएम में रिफ्लेक्ट करेंगे। इसके बाद रूपेश कुमार से उस फ्राड करने वाले ने लगातार हजार हजार रुपये करके लगभग ख्क् हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। दिलचस्प ये है कि अभी भी फ्रॉड करने वाला ये कह रहा है कि पैसे पेटीएम में आ जाएंगे।
नई मशीन के लालच में फंसया रूपेश के मुताबिक, बॉयर ने ये भी कहा था कि उसकी नई मशीन और इलेक्ट्रिकल एप्लायंसेज की दुकान है। पुरानी मशीन की जो कीमत होगी वह कम करके नई मशीन और खरीदे जाने वाले सामान में एडजस्ट कर दी जाएगी। इस वजह से बायर ने पहले कम रुपये डलवाकर उसका विश्वास जीता, उसके बाद उससे रकम डलवाई। इसके बाद उसे आश्वासन दिया कि अगर नई मशीन उसे पसंद नहीं आएगी तो उसके भेजे रुपये इसी नंबर पर ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। रूपेश ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। हालांकि ऐसे मामलों में वर्कआउट होना काफी मुश्किल है। क्योंकि यूपीआई से लिंक्ड खाता तीन पत्ती के नाम से था। एक गलती और अकाउंट साफध्यान देने वाली बात ये है कि इस तरह के फ्रॉड का शिकार लगातार लोग हो रहे हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस फ्रॉड में किसी भी लिंक पर क्लिक करने को नहीं कहा जाता है। न ही इस फ्रॉड में यूजर के अकाउंट से फ्रॉड करने वाला खुद पैसे निकालते हैं। इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। रूपेश कुमार को भरोसा था कि बायर जो कह रहा है वो सही है और उसने पैसे भेज कर ये भी साबित कर दिया कि वो फ्रॉड नहीं है।
इस तरह के फ्राड से बचने के लिए क्या करें? -ओएलएक्स पर सामान बेचते समय ये ध्यान में रखें कि पैसे कैश में ही लें। -अकाउंट में पैसे भेजने को कहा जाए तो आप साफ मना कर दें। - बायर से कॉल पर बात करें, मिलने के लिए पब्लिक प्लेस तय करें - इसके बाद ही किसी तरह का लेन देन करें। जिसका रिकॉड रखें - पैसे भेजने के लिए बायर कोई लिंक भेजे तो कतई ओपन न करें -पेमेंट के लिए किसी तरह का ओटीपी आए तो उसे शेयर न करें। - कोशिश करें कि अपने शहर के ही बायर्स के साथ डील करें इन लोगों के साथ भी हुई ठगी मोहम्मद यूनुस (बाबूपुरवा) - फ्भ्000 रुपये समीर कुमार (किदवई नगर) - फ्ब्000 रुपये प्रिया देवल (स्वरूप नगर) - फ्7000 रुपये ओएलएक्स पर ठगी के मामले साइबर सेल में दर्ज किए गए हैं। सभी मामलों को सॉल्व करने के लिए साइबर सेल की टीम लगी हुई है। डॉ। प्रीतिंदर सिंह, डीआईजी /एसएसपी कानपुर