गोपालेश्वर धाम के साधु पर चाकू से हमला
कानपुर (ब्यूरो) मैनावती मार्ग पर श्री गोपालेश्वर धाम आश्रम है। आश्रम के महंत श्री रामकृपाल दास ने बताया कि गुरुवार सुबह आश्रम के बाबा नरेशानंद दीक्षित आश्रम की रसोई के पास बर्तन धुलने गए थे। उनकी चीख-पुकार सुन आश्रम में मौजूद सउअन दास, सेवक दास, गिल्लन दास, लाल दास और अनिल दास समेत अन्य पहुंचे तो देखा कि नरेशानंद की गर्दन से लेकर हाथ और पैर पर भी गंभीर घाव के निशान थे। रक्त रंजित हालत में जमीन पर पड़े वे तड़प रहे थे।
नहीं दे पाए सही जवाब
पूछताछ के दौरान नरेशानंद सही से जवाब नहीं दे पाए। कभी उन्होंने कहा कि किसी ने पीछे से चाकू मार दिया तो कभी खुद ही चाकू मारने की बात कही। कभी कहा कि पता नहीं चोट कैसे लग गई। आनन-फानन में आश्रम के लोगों ने नवाबगंज पुलिस को सूचना दी और उन्हें हैलट लेकर पहुंचे। खून ज्यादा बहने की वजह से उनकी हालत सीरियस है। आईसीयू में रखा गया है।
सीसीटीवी फुटेज की भी जांच
पुलिस की जांच में ये बात भी आई है कि आश्रम के अलग-अलग गुटों के बीच मतभेद है। आश्रम में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है। आरोप है कि आश्रम की बेशकीमती जमीन पर कुछ भूमाफियाओं की नजर है। इसके चलते बाबा पर जानलेवा हमला करके दहशत पैदा करने की कोशिश की गई है। नवाबगंज थाने की पुलिस ने आश्रम में लगे डीवीआर को कब्जे में लिया है। सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है।
बृजनारायण सिंह, एसीपी स्वरूप नगर गुरुवार सुबह नरेशानंद आश्रम में आए तो बताया कि बहुत घबराहट हो रही है। ऐसा लग रहा है कि मर जाएंगे। इसके बाद वह रसोई की तरफ बर्तन साफ करने गए। कुछ देर बाद रक्तरंजित हालत में पड़े मिले। किसी ने हमले या कोई चीखपुकार नहीं सुनी। आशंका है कि उन्होंने खुद ही चाकू मारी है।
राम कृपाल दास, महंत