फेस्टिवल सीजन के पहले दिन ही बैैंक मैनेजमेंट के सारे दावों की पोल खुल गई. दरअसल पांच दिन के फेस्टिवल में बैैंक बंद करने का ऐलान किया गया था. बैैंक मैनेजमेंट ने एटीएम बूथ से रुपये की जरूरत पूरा करने का दावा किया था. धनतेरस के बाद दीपावली के ऐन मौके पर एटीएम बूथों में जाने वालों को खाली हाथ लौैटना पड़ा. दरअसल आईसीआईसीआई बैैंक का एटीएम हो या स्टेट बैैंक ऑफ इंडिया का देर शाम तक एटीएम बूथों में रुपये न होने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा.


कानपुर (ब्यूरो) बड़े दुकानदारों ने कानपुराइट्स से ऑनलाइन पैसा लिया। जबकि छोटे दुकानदारों का इससे काफी नुकसान हुआ। हालांकि ज्यादातर दुकानदारों ने गूगल पे या पेटीएम की सुविधा कस्टमर को दे रखी थी, लेकिन जहां नगदी की जरूरत थी वहां पर नकदी नहीं मिल पाई। वहीं पेट्रोल पंप और दुकानों में ग्राहकों ने सेल्समैन को ऑनलाइन पेमेंट कर नगदी ली, इस पर सेल्समैन ने भी अपना कमीशन लिया।

छोटे दुकानदारों को हुई परेशानी
सबसे ज्यादा परेशानी मूर्ति की दुकानों और पूजा के सामान बेचने वाली दुकानों पर हुई। इन दुकानदारों की दुकान पर ऑनलाइन पेमेंट की सुविधा नहीं थी। किदवई नगर निवासी वैभव ने बताया कि वे आठ एटीएम बूथ पर हो आए हैैं, लेकिन उनको किसी भी बूथ पर नगदी नहीं मिली। वहीं गोविंद नगर निवासी विवेक ने बताया कि उनका बैंक खाता आईसीआईसीआई बैैंक का है, साउथ सिटी के ज्यादातर एटीएम देख डाले, लेकिन नगदी नहीं मिली। वहीं स्टेट बैैंक ऑफ इंडिया के कस्टमर राजेश कुमार ने बताया कि तीन घंटे से वे एटीएम दर एटीएम घूम रहे हैैं, लेकिन उनको रुपये नहीं मिल रहे हैैं।

Posted By: Inextlive