पुलिस की 'कृपा' से बने क्रिमिनल्स के आर्म्स लाइसेंस
- सीओ स्वरूप नगर को सौंपी गई मामले की जांच
- खुलेआम लाइसेंसी असलहे लेकर घूम रहे क्रिमिनल >kanpur@inext.co.in KANPUR : पुलिस और अपराधियों की मिलीभगत का एक और मामला सामने आया है। सुखउपुरवा के रहने वाले अपराधियों ने नवाबगंज पुलिस से सांठगांठ कर शस्त्र लाइसेंस बनवा लिया। इसके बाद इलाके में धाक जमाने के लिए खुलेआम असलहे लेकर घूमने लगे। मामले की जानकारी के बाद एसपी पश्चिम ने इसकी जांच सीओ स्वरूप नगर को सौंपी है। जांच में अपराधियों के पक्ष में सत्यापन रिपोर्ट लगाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होने के साथ ही अपराधियों के लाइसेंस भी कैंसिल ि1कए जाएंगे। कई मामले पुलिस रिकार्ड मेंपुरमियां पुरवा निवासी अशीष कुमार ने एसपी पश्चिम डॉ। अनिल कुमार को बताया कि सुखउपुरवा निवासी राजकुमार पर थाना नवाबगंज में 1995 से लेकर 2010 तक पांच आपराधिक मामले दर्ज हुए। जिसमें हत्या का प्रयास, धमकी, एससीएसटी और मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई हुई है। वहीं उसके भाई संजय निषाद पर 2012 से 2013 तक गाली गलौज, मारपीट, हत्या का प्रयास, गुंडा एक्ट और 7 सीएलए का मामला दर्ज है। साथ ही उसके भांजे अंकित उर्फ लिटिल, रिंकू व साथी उजरियापुरवा निवासी संतोष के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले पुलिस रिकार्ड में हैं। इसके बावजूद अपराधियों ने पुलिस से सांठगांठ कर शस्त्र लाइसेंस बनवा लिया। इसका खुलासा तब हुआ जब पीडि़तों ने आरटीआई के तहत आरोपियों की क्रिमिनल हिस्ट्री मांगी। रिपोर्ट आने के बाद पीडि़त एसपी पश्चिम डॉ। अनिल कुमार के पास पहुंचे और श्ि1ाकायत की।
10 साल में करोड़ों की संपत्ति शिकायतकर्ता के मुताबिक 10 साल पहले राजकुमार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी। क्राइम की दुनिया में कदम रखने के बाद करोड़ों की संपत्ति बना ली। ये गिरोह बना कर क्राइम करते हैं। वर्ष 2013 में दीपू, संजय, अंकित उर्फ लिटिल, संतोष कुमार ने नवाबगंज सब्जी मंडी निवासी मोहित मिश्रा की हत्या कर दी थी। यहीं नही राजनैतिक दबाव के चलते आरोपियों ने मामला हत्याकांड की जांच सीबीसीआईडी ट्रांसफर करा कर संजय और दीपू ने अपने पक्ष में फाइनल रिपोर्ट लगवा ली। '' मामला संज्ञान में आने के बाद इसकी जांच सीओ स्वरूपनगर को दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आर्म्स लाइसेंस कैंसिल करने की कार्रवाई की जाएगी.'' डॉ। अनिल कुमार, एसपी पश्चिम