जुमा का दिन शांतिपूर्ण गुजर जाने के बाद शहरकाजियों ने कहा कि मेहनत सफल हो गई. जुमा को शहर मेें कहीं किसी तरह का प्रदर्शन नहीं हुआ. यह प्रशासन व उलमा की कोशिशों तथा लोगों की समझदारी का नतीजा है. जुमा के दिन मस्जिदों में नमाज से पहले तकरीर की गई. लाउडस्पीकर की आवाज भी धीमी रखी गई. नमाजियों से कहा गया कि वे नमाज अदा करने के बाद सड़कों पर भीड़ न लगाए. नमाज के बाद शहर व देश में अमन कायम रहने परेशानियों व मुश्किलों से निजात मिलने तथा हिफाजत की दुआ की गई.


कानपुर (ब्यूरो) जुमा की नमाज के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थिति को सामान्य बनाए रखने में जुटे रहे। जुमा की नमाज को लेकर गुरुवार को उलेमा के साथ बैठक भी की गई। लोगों से शांति बनाए रखने अपील भी की गई थी। इसका असर दिखाई दिया।-शहरकाजी हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादीजुमा की नमाज के दौरान मस्जिदों पर नजर रखी गई। लोगों से अपील की गई कि नमाज के बाद भीड़ न लगाएं, शांति बनाए रखने में सहयोग करें। शहर में शांति व्यवस्था के लिए अमन टीम का भी गठन किया था। प्रशासन की भूमिका भी सराहनीय रही।-शहरकाजी मुफ्ती साकिब अदीबजुमा से पहले मस्जिदों के बाहर लोगों को तैनात किया था। जुमा से पहले व बाद में निरीक्षण कर लोगों को समझाया। गुरुवार को प्रशासन की धर्मगुरुओं के साथ बैठक का असर भी रहा। निष्कासित भाजपा प्रवक्ता की गिरफ्तारी होनी चाहिए-शहरकाजी डॉ.मुफ्ती यूनुस रजा

Posted By: Inextlive