सिख दंगे की जांच में 108 पीडि़तों ने दर्ज कराए बयान
- 11 केस में चार्जशीट तैयार, 53 दंगाई हो चुके चिन्हित, गवाही देकर दंगाइयों के नाम का किया पर्दाफाश
>kanpur@inext.co.in KANPUR : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख विरोधी दंगे के दौरान दर्ज मुकदमों की दो साल तक चली जांच के बाद एसआईटी ने 11 केस में आखिरकार चार्जशीट तैयार कर ली। इसके आधार पर कुल 53 दंगाइयों के नाम सामने आए हैं, जिनकी शासन से अनुमति मिलते ही गिरफ्तारी शुरू हो जाएगी। अब तक करीब 108 पीडि़तों ने बयान दिए हैं, जिसमें से एक दर्जन ने कोर्ट में भी अपनी गवाही देकर दंगाइयों के नामों का पर्दाफाश किया है। 1254 केस हुए थे दर्जसिख विरोधी दंगे के दौरान शहर में 127 सिखों की हत्या की गई थी। कई घरों में लूटपाट व आगजनी हुई थी। घटना के बाद तमाम परिवार पलायन करके पंजाब, मध्यप्रदेश, दिल्ली व अन्य राज्यों में चले गए थे। विभिन्न थानों में 1254 मुकदमे दर्ज हुए थे, जिसमें से हत्या, लूट, डकैती जैसे गंभीर अपराधों के 40 मुकदमे शामिल हैं। इसमें से 11 मामलों में ही पुलिस ने चार्जशीट लगाई थी और बाकी में फाइनल रिपोर्ट लगाकर विवेचना बंद कर दी थी।
दो साल पहले गठित की थी एसआईटीदो वर्ष पूर्व शासन की ओर से एसआईटी का गठन कर इन 29 मामलों की अग्रिम विवेचना शुरू कराई गई। एसआइटी ने दस्तावेज व गवाहों के आधार पर इनमें से 20 केस छांटे, जिसमें से अब तक 11 मामलों में विवेचना पूरी कर ली गई है। एसपी बालेंदु भूषण ने बताया कि जिन 11 मामलों में विवेचना पूरी हुई है, उसमें 10 मामलों में गवाहों के बयान भी हो चुके हैं। एसआईटी की विवेचना में रंगनाथ मिश्र आयोग को 36 वर्ष पूर्व मिले शपथपत्र भी मुख्य आधार बने।