यूं तो एंबुलेंस पेशेंट को जल्द हॉस्पिटल पहुंचाकर जान बचाने में अहम योगदान देती है लेकिन दीपावली की रात एक एंबुलेंस ने तीन परिवारों में अंधेरा कर दिया. दीपावली की परेवा की रात जब लोग दीपों से घरों को रोशन कर रहे थे उसी समय हमीरपुर के तीन घरों के चिराग बुझ गए. घाटमपुर के सजेती थाना क्षेत्र में कानपुर-सागर हाईवे पर पावर प्लांट के गेट के पास एंबुलेंस की टक्कर से बाइक सवार तीन युवकों की जान चली गई. हादसे के बाद राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हो गया पुलिस ने जाम खुलवाया और घटना की जानकारी परिजनों को दी तो कोहराम मच गया

कानपुर (ब्यूरो) हमीरपुर में कल्पवृक्ष यज्ञशाला के पास के रहने वाले बद्री गुप्ता का 22 साल का बेटा दिनेश बाइक से पड़ोसी रामनारायण निषाद के 21 साल के बेटे आकाश व जगरूप के 26 साल के बेटे ज्ञानेंद्र के साथ दीपावली की परेवा को घूमने निकले थे। फ्राइडे की रात करीब 10 बजे घाटमपुर की ओर से हमीरपुर लौट रहे थे। कानपुर सागर राजमार्ग पर रामपुर गांव पार करने के बाद पावर प्लांट के लिंक रोड के नजदीक सामने से आ रही एंबुलेंस से बाइक टकरा गई। एंबुलेंस की तेज टक्कर से बाइक से तीनों युवक उछलकर सड़क गिर गए।

हादसे के बाद यातायात रुका
हादसे के बाद हाईवे पर यातायात रुक गया। राहगीरों की सूचना पर पुलिस पहुंची और गंभीर घायल युवकों को एंबुलेंस बुलाकर हमीरपुर जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शिनाख्त के बाद हमीरपुर में मृतकों केे परिजनों को सूचना दी तो कोहराम मच गया। परिजन रोते बिलखते जिला अस्पताल पहुंचे।

तीनों कहां गए थे पता नहीं चला
पुलिस के मुताबिक तीनों युवक बाइक से कहां गए थे, यह नहीं पता चल सका है। जिस बाइक से हादसा हुआ वह भी उन तीनों की नहीं थी। हादसे में जान गंवाने वाला 26 साल का ज्ञानेंद्र कार चालक था और आकाश अपने पिता रामनारायण के साथ हलवाई का काम करता था। दिनेश अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था। हादसे के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया।

Posted By: Inextlive