गंगा के साथ पांडु नदी भी उफान पर, वॉटर लेवल डेंजर प्वाइंट तक पहुंचने की आशंका
कानपुर(ब्यूरो)। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए अगले तीन दिनों में गंगा का जलस्तर डैंजर प्वाइंट पर पहुंचने की आशंका है। वहीं दूसरी ओर पांडु नदी भी उफान पर है। इससे प्रशासन एक्टिव हो गया है। सैटरडे को एसडीएम सदर अभिनव गोपाल, तहसीलदार रीतेश कुमार सिंह ने मेहरबान सिंह का पुरवा के पास जाकर पांडु नदी के हालात का जायजा लिया। सडक़ के पास तक पानी आने से आसपास रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं तीन स्कूल भी चिंहित कर लिए गए हैं, जहां प्रभावित लोगों को पहुंचाया जाएगा। एसडीएम ने बताया कि 40 से 50 मकान ऐसे हैं, जहां पानी पहले पहुंचता है। खतरा होते ही इन घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जाएगा।
अटलघाट की सीढिय़ां डूबी
गंगा का जलस्तर लगातार बढऩे से बैराज के पास धारा के टीले शनिवार को डूब गए हैं। परमट, रानी घाट, सरसैया घाट सभी जगहों पर घाटों पर पानी ही पानी नजर आ रहा है। अटल घाट की सीढिय़ां डूब चुकी हैं और रस्सी लगाकर लोगों को नीचे उतरने से रोका जा रहा है।
किनारों पर कटान हुई तेज
गंगा नदी का जलस्तर बढऩे के साथ साथ उसके प्रवाह में भी तेजी आई है। जिसके चलते किनारों पर कटान तेज हो गई है। बिठूर से लेकर ड्योढ़ी घाट, नजफगढ़ तक गंगा के किनारे स्थित गांवों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। गंगा के पानी से सबसे पहले प्रभावित होने वाले चैनपुरवा, घामरखेड़ा, देवनीपुरवा व मक्कापुरवा अभी सुरक्षित हैं, लेकिन ग्रामीण सुरक्षित ठिकाने की तलाश को लेकर ङ्क्षचतित दिखाई दे रहे हैं। बैराज के पास बसे रामपुर, बड़ा व छोटा मंगलपुर, नत्थापूर्वा, गुडिय़ाना व कद्दूपुरवा गांवों में भी बाढ़ के खतरे की आशंका से लोग परेशान हैं।
सैटरडे सुबह सरसैया घाट पर नहाने के लिए उतरी महिला अचानक गंगा में कूद गई। वहां मौजूद नाविक विक्रम पासवान ने उसे किसी तरह बचाया। बेहोशी की हालत में यूपी-112 पुलिस टीम महिला को अपने साथ ले गई। खास तथ्य
- 34 बाढ़ चौकियों से हो रही गंगा की निगरानी
- 36 टीमें प्रभावित लोगों की करेंगी मदद
- 5 ऑफिसर एडीएम से एसडीएम स्तर तक के तैनात
- 4 गांव चैनपुरवा, घामरखेड़ा, देवनीपुरवा व मक्कापुरवा में पहले घुसता है पानी।
गंगा, पांडु और यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए सजगता बढ़ा दी गई है। 24 घंटे निगरानी कराई जा रही है। अभी खतरा नहीं है, लेकिन लोगों को भी सतर्क किया गया है।
- विशाख जी, जिलाधिकारी