पहले सिर पर हमला, फिर गला दबाया
-परिजनों ने उसके तीन साथियों पर हत्या का आरोप लगाया, रिपोर्ट दर्ज
-परिस्थितियां कर रहीं हत्या की ओर इशारा, पुलिस मान रही हादसा -शव से कुछ दूरी पर एक बोरा और मृतक रंजीत के जूते पड़े मिले KANPUR: रंजीत का शव जिस नाले में मिला है। उससे 100 मीटर दूरी पर एक बोरी और रंजीत के जूते मिले हैं। साथ ही नाले के आसपास की झाडि़यां टूटी और रौंदी हुई है। रंजीत के सिर के पीछे चोट का निशान भी मिला है। इससे साफ है कि हत्यारे बात करने के बहाने पहले रंजीत को नाले के पास ले गए। जहां पर बात करने के दौरान हत्यारों ने रंजीत के सिर पर रॉड जैसे किसी भारी हथियार से पहले प्रहार किया, इसके बाद गला दबाकर हत्या कर दी। तीन साथियों पर हत्या का आरोपपरिजनों ने रंजीत के तीन साथी इमरान, कामरान और मोनू पर उसकी हत्या का शक जताते हुए तहरीर दी है। रंजीत की मां के मुताबिक वो 31 दिसंबर को इमरान, कामरान और मोनू के साथ था। इमरान और कामरान की मां लापता चल रही है। जिनका पता लगाने के लिए वो तीनों के साथ गंगापार निवासी एक तांत्रिक के घर गया था। जहां से वो शाम को लौटा था। इस दौरान रंजीत की मोबाइल पर मां से बात हुई थी। उसने मां को बताया था कि वो इमरान, कामरान और मोनू के साथ ही है और रोशन नगर स्थित एक दुकान से चारा लेने के बाद घर आएगा, लेकिन वो घर नहीं पहुंचा। परिजनों को शक है कि तीनों ने ही उसका कत्ल किया है। मसवानपुर में जहां उसका खड़खड़ा मिला है। उसके पास कामरान और इमरान की बहन का घर है। इससे परिजनों का आरोपियों पर शक और बढ़ गया है।
31 दिसंबर की रात को हो गई थी अनहोनी रंजीत उर्फ बड़े लल्ला के साथ 31 दिसंबर की रात को ही अनहोनी गई थी। इसका प्रमाण है कि वो 31 दिसंबर की शाम से लापता था। उसका खड़खड़ा तो अगले दिन एक जनवरी को मसवानपुर में मिल गया था, लेकिन उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। अगर वो अनहोनी का शिकार न होता तो वो अगले दिन एक जनवरी को जरूर घरवालों से संपकर्1 करता। अवैध संबंध में हत्या का शकरंजीत के जेब से पांच हजार रुपए मिले हैं। इससे साफ है कि उसकी लूट के इरादे से हत्या नहीं की गई है, बल्कि कोई और कारण है। सोर्सेज की मानें तो उसके एक शादीशुदा युवती से संबंध थे। उसका युवती के घर पर आना-जाना था। उसके युवती से संबंध के बारे में घरवालों को पता चल गया था। जिसके चलते उसकी हत्या का कयास लगाया जा रहा है।
ये सबूत हत्या की ओर कर रहे इशारा इसे कल्याणपुर पुलिस की हीलाहवाली ही कहेंगे कि इंस्पेक्टर संतोष सिंह बिना जांच के ही हादसे में रंजीत की मौत होने का दावा कर रहे है, जबकि सबूतों से उसकी हत्या की ओर इशारा हो रहा है। आइए बताते हैं कि कौन से सबूत हैं जो रंजीत की हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं -रंजीत का शव नाले में मिला, जबकि उसके जूते कुछ दूरी पर मिले हैं। सवाल है कि अगर रंजीत हादसे का शिकार हुआ है तो वो जूते उतारकर नाले के पास क्या करने गया था? -पुलिस के मुताबिक रंजीत की मौत नाले में डूबने से हुई है, जबकि हकीकत यह है कि नाले में इतना पानी नहीं है कि कोई उसमें डूब जाए। नाले में घुटने के नीचे पानी था। ऐसे में नाले में किसी के डूबने का सवाल ही नहीं उठता है।-रंजीत के सिर के पीछे करीब दो इंच का घाव का निशान मिला है। अगर रंजीत नाले में गिरा तो उसके सिर पर कैसे चोट लगी? यह घाव ताजा है। इससे साफ है कि किसी ने रंजीत के सिर पर प्रहार किया है।
-नाले के आसपास की झाडि़या कुचली हुई हैं। इससे प्रतीत होता है कि कोई रंजीत के शव को घसीटते हुए नाले तक ले गया। इसके बाद उसने शव को नाले में फेंक दिया। अगर रंजीत हादसे का शिकार होता तो झाडि़या कुचली हुई नहीं होती।