एक्सीडेंट या 'साजिश'?
- न्यू कोचिंग वाशिंग लाइन में खड़ी ट्रेन के दो कोचों में संदिग्ध हालात में लगी आग
-चार फायर ब्रिगेड की गाडि़यों की मदद से दो घंटे बाद आग में पाया नियंत्रणKANPUR। न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में खड़ी ट्रेन के दो स्लीपर कोच में ट्यूजडे शाम संदिग्ध हालात में आग लगने से हड़कंप मच गया। रेलवे ऑफिसर्स ने तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी। मौके पर पहुंची दमकल की चार गाडि़यों के साथ फायर ब्रिगेड के जवानों ने लगभग दो घंटे जूझ कर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक एस-5 कोच पूरी तरह से और एस-6 का आधा कोच भी खाक हो गया। अब जांच हो रही है कि यह आग कैसे लगी। मौके पर कुछ परिस्थितियां साजिश की ओर भी इशारा कर रही है। इस घटना की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि एडीआरएम एके गुप्ता ने तत्काल इलाहाबाद से आकर खाक हुए दोनों कोच देखे। न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स में काम करने वाले कर्मचारियों के बयान भी लिए।
सुबह मुम्बई से वापस आई थीरेलवे आफिसर्स के मुताबिक ट्रेन नंबर 04152 सीएसटी-कानपुर सुपरफास्ट वीकली ट्रेन ट्यूजडे की सुबह लगभग पांच बजे मुम्बई से वापस कानपुर लौटी थी। जो लगभग 7 बजे स्टेशन से लॉक करके धुलाई के लिए न्यू कोचिंग कॉम्प्लेक्स भेज दी गई। शाम को कॉम्प्लेक्स में ही एस-5 व 6 कोच में अचानक आग लग गई। रेलवे अफसर आशंका जता रहे है कि कोच में लगी बैटरी से हुए शॉर्टसर्किट से आग लगी होगी। हालांकि किसी साजिश से भी इंकार नहीं कर रहे हैं।
जांच के िलए टीम बनेगी कानपुर सेंट्रल स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि घटना की जांच करने के लिए डिविजनल आफिसर्स चार डिपार्टमेंट की एक टीम बनाएंगे। जिसमें कैरिज एंड वैगन, आरपीएफ, इलेक्ट्रानिक व ट्रैफिक इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट के हेड आफिसर्स होंगे। यह टीम जांच करेगी कि आग लगना महज एक हादसा है या किसी साजिश को अंजाम दिया गया है। टीम जांच रिपोर्ट डीआरएम को सौपेगी। साजिश: कुछ अनसुलझे सवाल - कोच में किसी तरह से इलेक्ट्रिक सप्लाई नहीं थी, उस वक्त ट्रेन में इंजन भी नहीं लगा था - सभी कोच अंदर से लॉक थे, कोच का आधा हिस्सा आग की चपेट में आने के बाद हुई जानकारी - उसके बगल में श्रमशक्ति के रैक खड़े थे। जिसमें धुलाई हो रही थी। फिर भी लोगों को जानकारी नही हुई- 7 साल पहले भी ओल्ड वाशिंग लाइन में हुई थी ऐसी ही घटना, जिसमें जांच टीम ने आग लगाए जाने की रिपोर्ट दी थी