शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय बस अड्डा यानी झकरकटी बस अड्डा. यहां एक अजीबोगरीब हालात देखने को मिला. दरअसल यहां का एसी वेटिंग रूम बिना एसी के ही है. जो अब पैसेंजर्स के किसी काम का नहीं है. वेटिंग रूम में लगी फॉल सीलिंग भी कई जगह से गिर चुकी है और कुछ गिरने की कगार पर है.

कानपुर (ब्यूरो)। शहीद मेजर सलमान खान अंतर्राज्यीय बस अड्डा यानी झकरकटी बस अड्डा। यहां एक अजीबोगरीब हालात देखने को मिला। दरअसल यहां का एसी वेटिंग रूम बिना एसी के ही है। जो अब पैसेंजर्स के किसी काम का नहीं है। वेटिंग रूम में लगी फॉल सीलिंग भी कई जगह से गिर चुकी है और कुछ गिरने की कगार पर है। जो वहां बैठने वाले पैसेंजर्स पर खतरा बनी है। जानकारी में सब कुछ होने के बाद भी रोडवेज के अफसर शासन को पत्र लिखकर फॉर्मेल्टी पूरी कर चुके हैैं।

लेटर का जवाब नहीं आया
रोडवेज में कार्यरत स्टाफ से पूछताछ करने पर पता चला कि एसी वेटिंग रूम में पहले एसी लगे थे। दो साल पहले एसी की कूलिंग कम हो गई थी। जिसको मेंटीनेंस के लिए मुख्यालय भेजा गया था। जो आज तक मेंटीनेंस होकर नहीं आए है। सोर्सेस के मुताबिक बस अड्डे के एआरएम ने कई बार एसी वेटिंग रूम में नए एसी या फिर पुराने एसी को मेंटीनेंस कर लगाने को लेकर लेटर भेजा लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया।
बस की छांव में खड़े रहते यात्री
झकरकटी बस अड्डे में डेली 50 हजार से अधिक पैसेंजर्स का आवागमन है। गर्मी से राहत देने के लिए परिसर में न तो पेड़ लगे हुए है और न ही कोई टीन शेड लगाया गया है। जिसकी छांव में पैसेंजर्स खड़े हो सके। वर्तमान में पैसेंजर्स बसों की छांव में बैठे दिखाई देते हैं। परिसर में प्लेटफार्म दो व तीन में टीन शेड लगी हुई है। वह भी कई जगह से टूटी हुई है। वहां गंदगी भी होने की वजह से वहां पैसेंजर्स बैठना तो दूर खड़े होने में भी कतराता है।
1000 से अधिक बसों का आवागमन डेली
50 से अधिक एसी जनरथ बसों का आवागमन
30 एसी बसे कानपुर से विभिन्न रूटों में चलाई जाती है
50 हजार से अधिक पैसेंजर्स का डेली आवागमन
3000 से अधिक वीआईपी पैसेंजर्स डेली आते-जाते

&& एसी वेटिंग रूम के मेंटीनेंस व नए एसी लगाने को लेकर हेड आफिस को लेटर लिखा गया है। जहां से एसी वेटिंग रूम में जल्द ही एसी लगाने का आश्वासन मिला है.&य&य
राजेश सिंह, एआरएम, झकरकटी बस अड्डा

Posted By: Inextlive