हर पेरेंट अपने बच्चों की केयर भी करते हैं और उनकी सिक्योरिटी भी चाहते हैं लेकिन इसके बावजूद कई बार पेरेंट्स ऐसी लापरवाही भी कर देते हैं जो कि न सिर्फ बच्चों को मुसीबत में डाल देती है बल्कि जान की भी दुश्मन बन जाती है. सोमवार की सुबह भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. कानपुर में विष्णुपुरी एरिया में डॉल्फिन चौराहा के पास कार सीख रहे एक नाबालिग ने एक ई-रिक्शा में टक्कर मार दी. इस ई-रिक्शा पर एक स्कूल के चार स्टूडेंट्स सवार थे. टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्चे नीचे जा गिरे. हादसे में कक्षा 6 में पढऩे वाली एक छात्रा की मृत्यु हो गई जबकि तीन अन्य स्टूडेंट और ई-रिक्शा ड्राइवर घायल हुए हैं. घायलों को अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया जहां से दोपहर बाद उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. हादसे की सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. नाबालिग को कार चलाना सिखा रहे ड्राइवर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. मगर इस हादसे में पूरी तरह से लापरवाही सामने आ रही हैं.

कानपुर (ब्यूरो) दिल दहला देने वाला ये हादसा सुबह करीब 7:00 बजे का है। हादसे के आई विटनेस लोगों के मुताबिक, कोहना थाने की ओर से आ रही एक लाल रंग की अनियंत्रित कार ने विष्णुपुरी स्थित डॉल्फिन चौराहा के पास गंगा बैराज की ओर से आ रहे एक ई-रिक्शा को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही रिक्शा पलट गया जिससे उसमें सवार स्कूली बच्चे भी नीचे गिर पड़े। इसी दौरान कार के पहिए के नीचे एक छात्रा आ गई। वहां मौजूद लोग मदद के लिए आगे बढ़े उन्होंने कार चालक व उसमें सवार एक अन्य व्यक्ति को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। जबकि घायल छात्र-छात्राओं को अस्पताल भिजवाया गया। जहां कक्षा 6 में पढऩे वाली विनोद कुमार अग्निहोत्री की 12 साल की बेटी कल्पना की मृत्यु हो गई। विनोद मकड़ी खेड़ा रोड के पास रहते हैं और इनकी एक छोटी सी मिठाई की दुकान है परिवार में पत्नी व एक बेटा अंशुमन भी है। इसके अलावा हादसे में ई-रिक्शा चालक अमित भी गंभीर रूप से घायल हुआ है। अन्य घायल छात्रों में आठवीं में पढऩे वाली स्वाती, भाव्या और छठवीं में पढऩे वाला कत्र्तव्य है।
लडक़े को गाड़ी चलाना सिखा रहा था ड्राइवर
हादसे को अंजाम देने वाली कार का रजिस्ट्रेशन अंजना भगत के नाम से है। उनके पति का नाम भरत कुमार भगत है और वे पुराना कानपुर कोहना के रहने वाले हैैं। वे शहर में फ्लैक्सी सप्लाई का काम करते हैैं। भरत कुमार भगत के घर में 22 साल से गड़रियनपुरवा निवासी भैरव झा ड्रइवर हैैं। सोमवार सुबह भैरव भरत कुमार के बेटे को कार चलाना सिखाने के लिए कार लेकर निकला था। अभी वे कोहना थाने के सामने से होकर डॉल्फिन चौराहे पर आ पाए थे कि हादसा हो गया।

ब्रेक की जगह एक्सीलेटर पर पैर
ई रिक्शा चालक अमित ने बताया कि हादसा नाबालिग कार चालक की लापरवाही की वजह से हुआ। जब वह चौराहा पार कर रहा था उसी दौरान सामने से उन्हें कार आती दिखाई दी। उस समय कार की स्पीड बहुत ज्यादा नहीं थी, लेकिन कार चालक ने सामने ई-रिक्शा देखा तो ब्रेक मारने की कोशिश की। पूरी संभावना है किशोर कार चलाना सीख रहा था इसलिए गलती से ब्रेक की जगह एक्सीलेटर पर पैर पड़ गया। अचानक कार ने तेज गति पकड़ ली जिससे यह हादसा हुआ।

शातिर ड्राइवर ने बदल ली सीट, अब वीडियो फुटेज से खुलेंगे राज

बताया जा रहा है कि एक्सीडेंट के बाद ड्राइवर ने मौके से भागने की कोशिश की। इस मामले में एक वीडियो भी जारी हुआ है। पुलिस को मिले एक वीडियो में भीड़ कह रही है कि कार किशोर चला रहा था, जिसने हादसे के बाद ड्राइङ्क्षवग सीट पर ड्राइवर को बैठा दिया। एसीपी के मुताबिक इस प्रकरण में एक वीडियो पुलिस को मिला है, जिसमें साफ दिखाई पड़ रहा है कि कार को लेकर भागने की कोशिश की गई, लेकिन भीड़ ने उन्हें पकड़ लिया। इस दौरान कार ड्राइवर भैरव झा चलाते दिखाई पड़ रहा है, जबकि भीड़ चिल्ला रही है कि कार किशोर चला रहा था। एसीपी ने बताया कि भरत कुमार भगत ने दावा किया है कि कार उनका बेटा नहीं बल्कि ड्राइवर चला रहा था। ड्राइवर उसे कोङ्क्षचग छोडऩे जा रहा था। हालांकि ड्राइवर ने पुलिस से पूछताछ में स्वीकार किया है कि कार किशोर ही चला रहा था। वह कई दिनों से उसे कार चलाना सिखा रहा था। वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने भी बताया कि हादसे के बाद सबसे पहले किशोर ने ड्राइङ्क्षवग सीट ही बदली थी।

पेरेंट़्स पर होगी कार्रवाई
एसीपी कर्नलगंज अकमल खां ने बताया कि हादसा करने वाली कार का नंबर यूपी 78 ईवी 8220 है। आरटीओ रिकार्ड के मुताबिक यह कार अंजना भगत के नाम से दर्ज है, जिसमें पति का नाम भरत कुमार अग्रवाल और पता पुराना कानपुर दर्ज है। भरत कुमार भगत का रूमा में फ्लैक्सी का बड़ा कारोबार है। एसीपी के मुताबिक अब तक हुई जांच में कार किशोर ही चला रहा था। नियमानुसार ऐसे मामले में उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का प्रविधान है, जिसके नाम वाहन होता है। पेरेंट्स को भी आरोपित बनाया जा सकता है। पुलिस कानून इस प्रकरण में किशोर के अभिभावकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

कैसे भागा बड़ा सवाल
हादसा सुबह सवा सात बजे का है। करीब एक घंटे तक आरोपित किशोर वहीं रहा, लेकिन इसी बीच मौका पाकर वह फरार हो गया। पीडि़त पिता विनोद कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर किशोर के पिता के पहुंचने के बाद उसे मौके से भगा दिया गया।

Posted By: Inextlive