क्राइम कंट्रोल के लिए बनेंगी 9 नई पुलिस चौकियां
-शहर में लगातार बढ़ते अपराध पर लगाम कसने के लिए सीनियर ऑफिसर्स ने प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा
-हर इलाके में पुलिस की गश्त, नौबस्ता, बर्रा, गोविंद नगर, कैंट, चकेरी व कोतवाली क्षेत्र में खुलेंगी नई चौकी >kanpur@inext.co.in KANPUR : शहर में लगातार बढ़ते क्राइम ग्राफ को रोकने के लिए लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाने के साथ ही अपराध पर लगाम लगाने के लिए अब जिले में पुलिस चौकियां भी बढ़ाई जाएंगी। क्योंकि बीते दिनों शहर के बाहरी इलाके वाले थानाक्षेत्रों की समीक्षा बैठक में सामने आया कि कई इलाकों में पुलिस कभी भी नहीं आती। जिसके चलते अपराधियों के हौसले बढ़े हुए हैं। जिसके बाद सीनियर ऑफिसर्स ने यहां नई पुलिस चौकियां बनाने का डिसीजन लिया है। जिससे कोई गली-मोहल्ला पुलिस गश्त से अछूता न रहे। शासन को 9 पुलिस चौकियों का प्रस्ताव भेजा गया है।इंस्पेक्टर्स की होगी तैनाती
जिले में कुल 45 थाने हैं। जिसमें 36 कमिश्नरेट में और 9 थाने कानपुर आउटर में हैं। बड़े थानों में छह तो छोटे थानों में चार पुलिस चौकियां हैं। चकेरी, बर्रा, बिल्हौर, कोतवाली, कलक्टरगंज, नौबस्ता, कैंट, गोविंद नगर, कल्याणपुर और फजलगंज शहर के बड़े थाने हैं। शहर में कुल 218 पुलिस चौकियां हैं। इन पुलिस चौकियों में नियतन एक इंस्पेक्टर, दो सब इंस्पेक्टर, आठ पुरुष सिपाही और दो महिला सिपाही रहेंगी। कुछ दिन पहले ही जिले में लगभग छह सौ सिपाही नए आए हैं। 785 दारोगा की प्रोन्नति होकर ये इंस्पेक्टर बनेंगे। इनमें से 287 इंस्पेक्टर कानपुर को दिए जाएंगे।
नई चौकियों के लिए जगह की तलाश पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नौबस्ता, बर्रा, गोविंद नगर में पांच, कैंट, चकेरी और कोतवाली में चार पुलिस चौकियां बनेंगी। शासन को नई पुलिस चौकियों का प्रस्ताव भेजने के साथ ही इन चौकियों के लिए जगह तलाशनी शुरू कर दी गई है। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि जिले में 45 चार पहिया और दो पहिया पीआरवी आए हैं। जिन थाना क्षेत्रों में नई चौकियां बनाई जाएंगी वहां इन पीआरवी को लगाया जाएगा। साथ ही थाना क्षेत्रों के ब्लैक प्वाइंट्स चिन्हित किए जा रहे हैं। जिन प्वाइंट्स पर दो से ज्यादा वारदातें हुई हैं। वहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन प्वाइंट्स की विशेष निगरानी की जाएगी। नई उम्र के पुलिसकर्मी होंगे तैनातपुलिस कमिश्नर ने बताया कि नई पुलिस चौकियां बनने से अपराध में कमी आएगी। जिन चौकी क्षेत्रों में क्राइम की वारदातें ज्यादा होंगी, वहां नई उम्र के पुलिसकर्मियों को लगाया जाएगा। जिससे वे शातिर अपराधियों से दो- दो हाथ कर सकें। वहीं छोटे विवादों का निस्तारण चौकी में ही करने के आदेश दिए गए हैं। अगर मामला साल्व नहीं होता है तो उसे थानेदार की सुपुर्दगी में दिया जाएगा।
जुआ, सट्टा और शराब पर सख्ती जून के फर्स्ट वीक में हुई क्राइम मीटिंग में सीनियर ऑफिसर्स ने जुआ, सट्टा और शराब के साथ किसी भी तरह के नशे पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने के लिए आदेश दिए हैं। साथ ही ये भी कहा गया है कि जिन थानेदारों के इलाके में इन विवादों की वजह से बड़ा अपराध हो जाता है, उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। अब तक हर महीने जिले की समीक्षा बैठक होती थी लेकिन कमिश्नरेट में हर 15 दिन में यह बैठक होगी। यानि हर थानेदार को 15 दिन में अपने एरिया में हुए अपराधों की डिटेल और उनकी प्रोगे्रेस रिपोर्टबतानी होगी। ---------------- क्राइम कंट्रोल करने के लिए कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। जिन इलाकों में क्राइम ज्यादा हुआ है। वहां नई पुलिस चौकियां खोली जाएंगी। असीम अरुण, सीपी कानपुर 45 थाने हैं पूरे कानपुर नगर जिले में 36 थाने इनमें कमिश्नरेट के दायरे में 9 थाने कानपुर आउटर क्षेत्र में आते 218 पुलिस चौकियां हैं अभी जिले में47 पीआरवी वाहन मिले हैं जिले को
287 इंस्पेक्टर भी कानपुर को दिए जाएंगे