गुरुवार को रात दो बजे आग लगी सुबह होते होते आग भडक़ गई. आस पास बने टावरों के दुकानों तक पहुंच गई. शुक्रवार सुबह तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. पुलिस प्रशासन ने डीजी फायर से संपर्क किया. जिसके बाद कानपुर देहात उन्नाव लखनऊ और फतेहपुर के दमकल विभाग से फायर टेंडर आने शुरू हुए. सुबह 10 बजते बजते इन जिलों से स्पेशल कॉरिडोर बनाकर गाडिय़ां लाई जाने लगीं. लखनऊ से टेलिस्कोप हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मंगाया गया जिसकी मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की गई. पुलिस प्रशासन ने दोपहर 12 बजे तक आस पास का एक किलोमीटर का इलाका सील कर दिया. आस पास के जिलों से मिलाकर 60 गाडिय़ां लाई गईं. आग बुझाते बुझाते शाम हो गई. गाडिय़ां खाली होती गईं लेकिन आग नहीं बुझी. दोपहर बाद तीन बजे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मौके पर पहुंचे और व्यापारियों को दिलासा दी. देर रात तक आग ने कम होने का नाम नहीं लिया.


दूसरा दिन : (शनिवार) कानपुर (ब्यूरो) किसी तरह सुबह हुई। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदण्ड, जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी, पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और तमाम पुलिस बल के साथ रेस्क्यू चलता रहा। शनिवार सुबह 10 बजे एक मिसिंग हुए युवक का शव मिला। दोपहर बाद लगभग दो बजे पूर्व सीएम अखिलेश यादव भी मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से बातचीत की। इसी बीच आग भडक़ गई। आगरा से टेलीस्कोप हाईड्रोलिक प्लेटफार्म लाया गया, जिसकी मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश जारी रही। व्यापारी परेशान रहे, डीजी फायर पहुंचे और उनके निर्देशन में आग बुझाने का काम शुरू हुआ। तीसरा दिन : (रविवार)


रविवार सुबह से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। सुबह 10 बजे पीछे के घरों तक आग पहुंच गई। पुलिस ने घरों से लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। दोपहर 12 बजे अधिकारियों ने मौका मुआयना किया। जहां आग बुझ गई थी, वहां से सामान निकालने के लिए लोगों से कहा। चौथा दिन : (सोमवार)

दीवारों को गिराने का काम सुबह दस बजे से शुरू किया गया। दुकानों के शटर काटे गए। 12 बजे के आस पास विधानसभाध्यक्ष सतीश महाना पहुंचे और व्यापारियों से बात की। शाम चार बजे पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने आग पर काबू पाने का ऐलान कर दिया। यह भी जान लीजिए1150 दुकानें लगभग जलकर खाक हो गईं आग में2.50 लाख लोग प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं50 हजार कर्मचारी और कामगारों के परिवार इनमें शामिल30 से 35 हजार के आसपास प्रतिदिन खाते-कमाते थे2000 व्यापारी तबाही की चपेट में आए हैं60 गाडिय़ों से लगभग 400 गाड़ी पानी लाया गया4 सीएफओ समेत 350 फायर ब्रिगेड कर्मी मौजूद रहे2 कंपनी पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी मौजूद रही 320 पुलिस कर्मियों की ड्यूटी मौके पर व्यवस्था के लिए लगाई गई8 आईपीएस अधिकारी और 4 आईएएस अधिकारी रहे मौजूद

Posted By: Inextlive