बढ़ते पॉल्यूशन पर ब्रेक के लिए मिले 82 करोड़
कानपुर(ब्यूरो)। सटी को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए एक बार फिर से शासन ने नगर निगम को 82 करोड़ रुपए जारी किए हैं। नगर निगम इसमें से 20 करोड़ रुपए सिर्फ इंडस्ट्रियल एरिया की रोड्स और ड्रेनेज सिस्टम पर खर्च करेगा। इसके साथ 20 करोड़ रुपए से ग्र्रीन बेल्ट और पार्क डेवलप कर ग्र्रीनरी बढ़ाएगा। सिटी के अन्य एरिया में रोड, फुटपाथ आदि कार्यो पर 42 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नेक्स्ट ईयर पार्लियामेंट इलेक्शन की वजह से नगर निगम ऑफिसर जल्दी से जल्दी कार्य कराने के लिए प्लानिंग में जुट गए।
टॉप टेन में होती गिनती
एयर पाल्यूशन के मामले में सिटी की गिनती देश के टॉप 10 शहरों में होती है। हालांकि इधर नगर निगम व अन्य विभागों के लगातार प्रयास से स्थितियों में काफी सुधार हुआ है। बावजूद इसके सर्दी में पॉल्यूशन मानक से कई गुना तक पहुंच जाता है। इसी वजह से एयर पॉल्यूशन को कंट्रोल करने के लिए शासन लगातार नगर निगम को फाइनेंशियल हेल्प दे रहा है। इसी कड़ी में शासन ने 82 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इससे पहले भी पॉल्यूशन से निपटने को नगर निगम को 148 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं।
जनवरी में मिलेगी राशि
शासन ने 15 वें वित्त आयोग से 82 करोड़ रुपये और जारी किए हैं। जनवरी में यह धनराशि नगर निगम के खजाने में आ जाएगी। नेक्स्ट ईयर पार्लियामेंट इलेक्शन भी हैं। इस धनराशि से होने वाले कार्य चुनाव आचार संहिता में न जुड़ेें, इस वजह से नगर निगम ने पहले ही डेवलपमेंट वक्र्स शुरू करने की तैयार कर ली है।
नगर निगम ने 82 करोड़ में लगभग 25 परसेंट धनराशि यानि 20 करोड़ रुपए से इंडस्ट्रियल एरिया में कार्य कराने की तैयारी की है। म्यूनिसिपल कमिश्नर शिवशरणाप्पा ने बताया कि दादा नगर, फजलगंज, पनकी आदि इंडस्ट्रियल एरिया की रफ रोड्स और कच्चे फुटपाथ आदि वर्क शामिल हैं। इंडस्ट्रियल एरिया सहित सिटी के अन्य एरिया की ग्र्रीन बेल्ट व पार्क डेवलप किए जाएंगे। इन्हें हरा-भरा करने के लिए ट्री प्लांटेशन भी किया जाएगा। इसके लिए म्यूनिसिपल कमिश्नर ने नगर निगम के सभी 6 जोन के ऑफिसर्स से पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए आवश्यक कार्यो की डिटेल तैयार करने को कहा।
अब तक ये कदम उठाए
पॉल्यूशन कंट्रोल के लिए पूर्व में मिल चुके 148 करोड़ में सबसे अधिक 70 करोड़ रुपये फुटपाथ व कच्चे रास्ते में इंटरलॉकिंग टाइल्स लगाने पर खर्च किए गए थे। इसके अलावा सिद्धनाथ घाट में विद्युत शवदाह गृह और भगवतदास घाट में एक और विद्युत शवदाह गृह के लिए मशीन लगाई गई है। जानवर के शवों के निस्तारण के लिए विद्युत शवदाह गृह भाऊङ्क्षसह पनकी स्थित प्लांट में बनाया गया.रोड्स बनाने के साथ ही ग्र्रीन बेल्ट, पार्क को हराभरा करने के साथ हैंङ्क्षगग गार्डन आदि कार्य किए गए थे।