आंसर की में गलती सुधारी, 7000 स्टूडेंट्स हुए पास
- सीएसजेएमयू एडमिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स की शिकायत पर सब्जेक्ट एक्सपर्ट्स से जांच कराकर सही कराया रिजल्ट
-बीए थर्ड इयर के छह सब्जेक्ट्स की आंसर-की में मिली गलतियां, रिजल्ट सुधारकर वेबसाइट पर किया गया अपडेट KANPUR : सीएसजेएम यूनिवर्सिटी ने बीए थर्ड इयर के कुछ सब्जेक्ट्स के एग्जाम की आंसर-की में गलती को सुधार लिया है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने दूसरे विषय विशेषज्ञों से जांच कराकर दोबारा रिजल्ट जारी किया है। कुछ सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट्स को एक्स्ट्रा मार्क्स दिए जाने की पुष्टि हुई है। इसकी वजह से कुछ स्टूडेंट्स को ऑड मॉर्क्स मिले। स्टूडेंट्स की शिकायत पर तीन सदस्यीय कमेटी ने जांच कराई। जिसके बाद थर्ड इयर के फेल 11 हजार स्टूडेंट्स में से सात हजार पास हो गए। फेल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या चार हजार रह गई है। एग्जाम में कुल एक लाख तीन हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। रिजल्ट अपडेट कर दिए गएयूनिवर्सिटी की ओर से ग्रेजुएशन सेकेंड व थर्ड इयर का एग्जाम आयोजित किया गया। इसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन पूछे गए थे। चार विकल्पों से छांटकर ओएमआर शीट पर आंसर भरना था। तीन दिन पहले बीए, बीकाम और बीएससी के रिजल्ट जारी हुए। नतीजों ने स्टूडेंट्स को चौंका दिया, करीब 70 फीसद स्टूडेंट्स को महज 35 से 40 अंक मिले। इस पर स्टूडेंट्स ने नाराजगी जाहिर करते हुए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की।
एग्जाम कंट्रोलर डॉ। अंजनी कुमार मिश्र ने बुधवार को बताया कि कमेटी की जांच में परीक्षा परिणाम को जारी किए जाने में कोई गलती नहीं मिली है। बीए थर्ड इयर के छह सब्जेक्ट्स की आंसर-की में थोड़ी सी गलतियां थीं, जिसके रिजल्ट अपडेट कर दिए गए हैं। स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर इसे देख सकते हैं। इनमें संस्कृत, राजनीति शास्त्र, अंग्रेजी, समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, प्राचीन भारतीय इतिहास शामिल हैं। ----------------- पहली बार आब्जेक्टिव पेपर डीन एडमिनिस्ट्रेशन डा। सुधांशु पांड्या के मुताबिक आंसर-की में लिखे गए आंसर के क्रम में गड़बड़ी थी, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स के अंक कम हो गए। प्रश्नपत्र यूनिवर्सिटी की फैकल्टी और बाहर के विशेषज्ञों की ओर से तैयार कराई गई थी। पहली बार आब्जेक्टिव प्रश्नपत्र दिया गया था। इसको तैयार कराना चुनौती था। यूनिवर्सिटी ने उदारवादी नीति को अपनाया है। कोविड संक्रमण में स्टूडेंट्स को एग्जाम में किसी तरह की कोई परेशानी न हो सके, उसके लिए बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित एग्जाम कराए गए। अब किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।