थानों में खड़े 7 हजार वाहन जाएंगे यार्ड
- कमिश्नर असीम अरुण ने बनाई एसओपी, महाराजपुर में बनाया गया है यार्ड
KANPUR : सालों से थाना व थाने के बाहर खड़ी गाडि़यों की समस्या के समाधान के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरे¨टग प्रोड्यूसर) बनाकर ऐसे वाहनों के निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की है। कोरोना कफ्र्यू समाप्त होने के बाद चरणबद्ध तरीके से सभी थानों में खड़े लावारिस वाहनों को कबाड़ में बेचा जाएगा। बाकी वाहनों को महाराजपुर में बने यार्ड में भेजा जाएगा। कमिश्नरेट के थानाक्षेत्रों में इनकी संख्या पांच से सात हजार के करीब है। घर रखी है सड़ककई स्थानों पर तो थाने के बाहर सड़क पर वाहन खड़े किए जाते हैं, जिससे यातायात भी प्रभावित होता है। सालों से इनके निस्तारण की योजना बनाई जा रही थी, मगर हुआ कुछ नहीं। एडिशनल डीसीपी यातायात निखिल पाठक ने बताया कि कंडम वाहनों के निस्तारण के लिए अदालत की अनुमति लेनी ती थी, क्योंकि ये सभी वाहन किसी न किसी केस की प्रॉपटी हैं। लेकिन कमिश्नरेट लागू होने के बाद अब कोई समस्या नहीं है। उन्होंने बताया कि पुलिस केस में बरामद वाहनों के लिए यार्ड महराजपुर में है। जो अब कानपुर आउटर का हिस्सा है। ऐसे में कमिश्नरेट के लिए नए यार्ड के लिए जमीन तलाशी जा रही है।