केडीए की एनफोर्समेंट टीम के साथ सेटिंग-गेटिंग कर शहर में अïवैध कॉलोनीज बसाए जाने का सिलसिला जारी है. साउथ सिटी में ऐसे ही आधा दर्जन कॉलोनीज बसाने का मामला सामने आया है जहां पॉवर सप्लाई नेटवर्क तक नहीं है. इसका खुलासा केस्को से नए ऑनलाइन इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन आवेदन की जांच के दौरान दौरान हुआ. एक्सईएन ने पूरे मामले की जानकारी केस्को मुख्यालय ऑफिसर्स को दी है.

कानपुर(ब्यूरो)। केडीए की एनफोर्समेंट टीम के साथ सेटिंग-गेटिंग कर शहर में अïवैध कॉलोनीज बसाए जाने का सिलसिला जारी है। साउथ सिटी में ऐसे ही आधा दर्जन कॉलोनीज बसाने का मामला सामने आया है, जहां पॉवर सप्लाई नेटवर्क तक नहीं है। इसका खुलासा केस्को से नए ऑनलाइन इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन आवेदन की जांच के दौरान दौरान हुआ। एक्सईएन ने पूरे मामले की जानकारी केस्को मुख्यालय ऑफिसर्स को दी है।

केडीए की स्कीम के पास
दरअसल केडीए ने बर्रा विश्व बैंक हाउसिंग स्कीम जरौली योजना डेवलप की है। रोड व अन्य डेवलपमेंट्स का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने अवैध रूप से जरौली फेस-2 के पास कई अवैध कॉलोनीज डेवलप कर दी हैं। केडीए की एनफोर्समेंट टीम ने अवैध कॉलोनीज के डेवलप होने से रोकने की कोई कार्रवाई भी नहीं की। केस्को के एक्सईएन जेपी यादव की एक रिपोर्ट के मुताबिक जरौली फेस-2 के पास पटेल विहार, मनोहर विहार, विंध्यवासिनी नगर, मोहन धाम के अलावा त्रेता मंदिर व आराजी संख्या 676 के पास अवैध रूप से कॉलोनी डेवलप कर ली गई हैं। इन कॉलोनीज में 800 से अधिक प्लॉट हैं। केडीए से लेआउट पास नहीं है।

लगा रहे केस्को की दौड़
प्लॉट खरीदने के बाद लोग मकान बनवाते जा रहे हैं, लेकिन पॉवर सप्लाई नेटवर्क न होने के घर अंधेरे में डूबे रहते हैं। लोग नए इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन के लिए ऑनलाइन पोर्टल से लेकर बर्रा विश्व बैंक डिवीजन केस्को की दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन इन कॉलोनीज में केस्को का पॉवर सप्लाई नेटवर्क न होने के कारण मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। केस्को ने सर्वे-जांच के बाद उन्हें नए कनेक्शन रिलीज करने से इंकार कर दिया है।

बना रहे हैं दबाव
इम्प्लाइज के मुताबिक इन कालोनीज में केस्को का पॉवर सप्लाई नेटवर्क (पोल, इलेक्ट्रिसिटी लाइन भी नहीं है। नियमानुसार इलेक्ट्रिसिटी पोल से 40 मीटर दूरी तक में घर होने पर कनेक्शन दे सकते हैं। वहीं नए कनेक्शन के लिए केस्को इम्प्लाइज पर दबाव बनाने के लिए लोग भीड़ के साथ केस्को ऑफिस पहुंच रहे हैं। बर्रा विश्व बैंक डिवीजन के एक्सईएन जेसी यादव ने मामले की अवैध रूप से डेवलप की गई कॉलोनीज में प्लाट्स सहित अन्य जानकारी केस्को मुख्यालय को भेजी है।

नहीं हो पा रहा रेगुलाइजेशन
पहले से सिटी में 178 अवैध कॉलोनी डेवलप हो चुकी है। इनमें से 26 का भूप्रयोग भी रेजीडेंशियल नहीं है। 152 रेजीडेंशियल अवैध कालोनीज में चंद को छोडक़र अधिकतर का रेगुलाइजेशन नहीं हो सका है। इसी वजह से शासन अवैध कालोनीज को लेकर सख्त रूप अपनाए हुए। पिछले कुछ समय में दहेली सुजानपुर, पनकी, बिठूर, मैनावती आदि मोहल्लों में कई अवैध प्लाटिंग को केडीए ध्वस्त कर चुका है।

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ये अवैध कालोनी बसी
कालोनी-- प्लॉट
पटेल विहार-- 249
मनोहर विहार-- 130
विंध्यवासिनी नगर-110
मोहन धाम-- 120
आराजी 676 जरौली गांव के पास-65
त्रेता मंदिर 175
(डिटेल केस्को की रिपोर्ट के मुताबिक)
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Posted By: Inextlive