शराब के नशे में रौंद दी छह परिवारों की खुशियां
कानुपर(ब्यूरो)। संडे की रात टाटमिल चौराहा पर बेकाबू इलेक्ट्रिक बस ने मौत का ऐसा तांडव मचाया कि छह परिवारों की खुशियां एक झटके में पहियों के नीचे दफन हो गईं। हादसे की तस्वीरें देखकर मजबूत से मजबूत कलेजे वाला भी कांप गया। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित जिसने भी इस घटना के बारे में सुना तो अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। हादसे के पीछे बस के बे्रक फेल होने के साथ कई अन्य कारणा होने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन हादसे की असली वजह निकली शराब। जी, हां बस का ड्राइवर घंटाघर से शराब पीने के बाद बस को लेकर जा रहा था। बस में न तो सवारी थी और न कंडक्टर। नशे के कारण ड्राइवर का नियंत्रण स्टीयरिंग पर पूरी तरह नहीं था। कई ई रिक्शा चालकों से उसका विवाद भी हुुआ। इसके बाद ड्राइवर को लगा कि रिक्शा चालक उसका पीछा कर रहे हैं तो उसने एक्सीलेटर पर प्रेशर बढ़ा दिया। टाटमिल चौराहा पर ट्रैफिक देख उसने बस को रांग साइड डाल दिया। इसके बाद तो बस किधर जा रही है, किसके ऊपर चढ़ रही, ड्राइवर को कुछ होश न रहा। यह हादसा ऐसा दर्द दे गया जिसे सालों तक लोग भूल नहीं पाएंगे।
15 लोगों को रौंदा
टाघर चौराहे से टाटमिल की तरफ जाने वाली एक ई-बस ने रविवार रात आधा दर्जन वाहनों में टक्कर मारते हुए 15 लोगों को रौंद दिया था। जिस तरह से बस से लोगों को कुचला गया उससे एक सवाल उठा कि कहीं इरादतन ऐसा तो नहीं किया गया। इसलिए इसको शासन ने भी तत्काल संज्ञान लिया। जिसके बाद सोमवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने दो अफसरों की जांच कमेटी गठित की है। वहीं जांच में सामने आया कि ड्राइवर सतेंद्र जब बस लेकर घंटाघर से चला तो वह नशे में था।
ई रिक्शा चालकों से विवाद के बाद जब सतेंद्र ने बस सहित भागने की कोशिश की तो पहले सिक्योरिटी गार्ड अजीत कुमार, उसके बाद रिक्शा चालक कैलाश, फिर अर्सलान और उसके बाद चार बाइकों को रौंद दिया। इसके बाद बस सामने से आ रही धनकुट्टïी निवासी परिवार की कार से टकरा गई। कार में सवार दो महिलाएं और दो पुरुष घायल हो गए। इसके बाद आईटीएमएस के पोल से टकराई और उसके बाद रामादेवी से झकरकटी की तरफ जा रहे ट्रेलर से भिड़ गर्ई। इस टक्कर के दौरान स्कूटी और बाइक सवार भी दोनों चपेट में आ गए और अहिरवां निवासी शुभम और अमित घायल हो गए।
बस अड्डे में छिपा था आरोपी
पुलिस ने देर रात 1:30 बजे के करीब बस और ट्रेलर को क्रेन से हटवाकर रास्ता खाली कराया। इसके बाद शुरू हुई ड्राइवर सतेंद्र की तलाश। रात लगभग 2:30 पर पुलिस ने झकरकटी बस अड्डे पर छिपे सतेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल कराने पर शराब की पुष्टि हुई। पुलिस को सतेंद्र ने सारी घटना की जानकारी भी दी.रेलबाजार पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर पर चालक सतेंद्र सिंह यादव पर हत्या, हत्या का प्रयास, लापरवाही से गाड़ी चलाने समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सतेंद्र सिंह मूलरूप से कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र में स्थित रघुनाथपुर गांव का रहने वाला है। शासन की कमेटी हादसे के पीछे जिम्मेदारों की लापरवाही की जांच करेगी। जबकि पुलिस दर्ज एफआईआर के संबंध में साक्ष्य जुटाएगी।
ड्राइवर सतेंद्र के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। फोरेंसिक टीम से घटनास्थल व बस से साक्ष्य जुटाए जाएंगे। कमिश्नरी स्तर पर भी टीम गठित कर जांच कराई जाएगी। जो दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। - आनंद प्रकाश तिवारी, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर कानून-व्यवस्था