ऑनलाइन नहीं पढ़ रहे 59 हजार स्टूडेंट
- कोरोना वायरस की चपेट में न आए इसलिए हो रही हैं ऑनलाइन क्लासेस
- सिटी के इन स्टूडेंट्स को अब हर हफ्ते वीडियो के आधार पर देना होगा एग्जामKANPUR (22 Aug): कोरोना वायरस की चपेट में स्टूडेंट्स न आए इसलिए यूपी बोर्ड ने ऑनलाइन एजुकेशन देने का फैसला लिया था। स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए बोर्ड ने स्वयंप्रभा और डीडी उत्तर प्रदेश चैनल पर टीचर्स के वीडियो का प्रसारण शुरू करा दिया था। हालांकि जिले के 59000 छात्र-छात्राएं तमाम कारणों से पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। कमोबेश यही स्थिति कानपुर मंडल के अन्य जिलों की है। उपनिदेशक कानपुर मंडल (मा.शिक्षा) प्रेम प्रकाश मौर्य ने जब यह रिपोर्ट तैयार कराई तो हकीकत सामने आई। अब स्टूडेंट्स वीडियो देखकर हर हफ्ते एग्जाम देंगे। स्कूल के प्रिंसिपल डेली यह यह समीक्षा करेंगे कि कितने स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे हैं। अगर कोई टीचर इस काम में लापरवाही बरतेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।
तैयार नोट्स भेजे जाएंगेजिन छात्रों के पास ऑनलाइन पढ़ाई के संसाधन मौजूद नहीं होंगे, उन्हें संबंधित स्कूल के टीचर तैयार नोट्स भेजेंगे। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जिन घरों में टीवी है, वहां छात्रों को समूह के रूप में पढ़ाई कराई जाएगी। इस दौरान सभी शारीरिक दूरी का पालन करें, इसकी मॉनीट¨रग के लिए आसपास स्कूल के शिक्षक मौजूद रहेंगे।
क्यों नहीं कर पा रहे पढ़ाई? - घरों पर टीवी व इंटरनेट की उपलब्धता न होना - छात्र-छात्राओं के पास एंड्रॉयड फोन, लैपटॉप का न होना अहम अपडेट्स जिला- इटावा टोटल स्टूडेंट: 71694 वीडियो देख रहे: 50848 पढ़ाई नहीं कर पा रहे: 20846 जिला- औरैया टोटल स्टूडेंट: 64359 वीडियो देख रहे: 45048 पढ़ नहीं रहे: 19311 जिला- कानपुर टोटल स्टूडेंट: 145378 वीडियो देख रहे: 86373 पढ़ाई नहीं कर रहे: 59005 जिला- कानपुर देहात टोटल स्टूडेंट: 80205 वीडियो देख रहे: 43226 पढ़ नहीं पा रहे: 36979 ''कानपुर मंडल में हजारों की संख्या में छात्र अभी ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। इसके लिए सभी डीआइओएस को चेतावनी देंगे, कि अपने-अपने जिलों की स्थिति ठीक करें। अब शासन में हर हफ्ते यह रिपोर्ट जाएगी.'' - प्रेमप्रकाश मौर्य, उपनिदेशक कानपुर मंडल (मा.शिक्षा) ------------ काउंसिल ने पूछा, ऑनलाइन क्लासेस में कैसे हो रही पढ़ाईकोरोना वायरस के आउटब्रेक के चलते मार्च से आईसीएसई से संबद्ध स्कूल बंद हैं। जुलाई से नए सेशन की शुरुआत ऑनलाइन क्लासेस से हुई। काउंसिल ने पूछा है कि क्लासेज गंभीरतापूर्वक संचालित हो रही हैं या नहीं, पढ़ाने का क्या तरीका अपनाया गया, सभी छात्र-छात्राएं ऑनलाइन क्लासेस में उपस्थित हो रहे हैं या नहीं? इस तरह के कई सवालों के जवाब काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (सीआइएससीई) ने सभी प्रिंसिपल्स से मांगे है.इसके साथ ही छात्रों की मदद के लिए क्वश्चैनबैंक भेजे गए हैं। जिससे वह अब होने वाले एग्जाम में पेपर का स्वरूप भी जान सकेंगे.आइसीएसई सी जोन की कंवीनर वनिता मेहरोत्रा ने बताया कि काउंसिल ने ऑनलाइन पढ़ाई व अन्य गतिविधियों को लेकर पूरे देशभर से तमाम जानकारियां मांगी हैं।