बीटल्स के 50 वर्षों का सफ़र
संगीत के इतिहास में दुनिया के सबसे मशहूर बैंडस में से एक बीटल्स को शुरू हुए पचास वर्ष हो गए हैं। आइए चलें बीटल्स की कहानी जानने के लिए उनके सफर के मुख्य पड़ावों पर।
मार्च 1957 में क्वारी बैंक स्कूल के अपने दोस्तों के साथ जॉन लेनन ने बैंडशुरू किया, इस बैंड से पॉल मैकार्टनी जुलाई महीने में जुड़े गिटारिस्ट के तौर पर। अगले वर्ष जॉर्ज हैरिसन भी बैंड के सदस्य बन गए। अगस्त 1960 में इस ग्रुप का नाम रखा गया बीटल्स।
1962
बीटल्स बैंड के तौर पर 1962 से मशहूर हुआ जब मई महीने में ईएमआई ने उसके साथ अनुबंध किया। बीटल्स की पहली रिकॉर्डिंग ईएमआई के लंदन स्थित ऐबी रोड स्थित स्टूडियो में 6 जून 1962 को हुई। अगस्त महीने में रिंगो स्टार बैंड के नए ड्रमर बने, उन्होंने पीट बेस्ट की जगह ली। उनका पहला सिंगल था--' लव मी डू' जो 5 अक्तूबर को रिलीज़ हुआ।
1963
बैंड का पहला एलबम 'प्लीज़, प्लीज़ मी' मार्च 1963 में रिलीज़ हुआ। यह ब्रिटिश चार्ट में तुरंत नंबर वन पर पहुँच गया और उस पायदान पर लगातार तीस सप्ताह तक बना रहा। बैंड के चौथे सिंगल शी लव्स यू की साढ़े सात लाख प्रतियाँ सिर्फ़ चार सप्ताह में बिक गईं। फरवरी 1963 में बीटल्स ने पूरे देश का दौरा करना शुरू किया, उनकी लोकप्रियता को बीटलमैनिया कहा जाने लगा। बैंड ने अपना दूसरा एलबम नवंबर 1963 में रिलीज़ किया, विद द बीटल्स, जिसकी पाँच लाख प्रतियाँ एक ही सप्ताह में बिक गईं।
फ़रवरी में बीटल्स ने अमरीका का पहला दौरा किया, वे अमरीकी टीवी पर एड सुलिवन शो में आए जिसे लाखों अमरीकियों ने देखा, इसी कार्यक्रम में बैंड पर एक डाक्युमेंट्री का भी प्रसारण हुआ जिससे अमरीका में बीटल्स की धूम मच गई।
जून 1965 में बीटल्स के चारों सदस्यों को एमबीई सम्मान दिया गया। बीटल्स पर एक और डॉक्युमेंट्री जुलाई में रिलीज़ हुई जिसका नाम था--हेल्प। दिसंबर महीने में बीटल्स ने अपना छठा एलबम रबर सोल रिलीज़ किया जिसे बीटल्स की संगीत यात्रा का एक अहम पड़ाव माना जाता है। इस एलबम में हैरिसन ने सितार का इस्तेमाल किया जो उनके संगीत में नए प्रयोगों की शुरूआत थी।
1966
एक अमरीकी पत्रिका डेटबुक में जॉन लेनन का एक बयान छपा--"हम आज जीसस से ज़्यादा पॉपुलर हैं, अब देखना है कि कौन ज़्यादा टिकता है, रॉक एंड रोल या ईसायत। जीसस अच्छे थे लेकिन उनके अनुयायी बेवकूफ़ हैं." इस बयान के बाद बीटल्स के खिलाफ़ अमरीका और दुनिया के कई देशों में प्रदर्शन हुए, उनके गानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया, उनके एलबम जलाए जाने लगे। अगस्त महीने में बैंड ने नया एलबम रिवॉल्वर रिलीज़ किया। उनका अंतिम व्यावसायिक शो सैन फ्रैनसिस्को के कैंडलस्टिक पार्क में हुआ। चार साल में बैंड ने दुनिया भर में 1400 शो किए।
ग्रुप ने अपना आठवाँ एलबम "सार्जेंट पेपर्स लोनली हार्ट्स क्लब बैंड" जून में रिलीज़ किया, रोलिंग स्टोन ने इसे रॉक एंड रोल के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण एलबम करार दिया। 25 जून 1967 को बीटल्स ने आवर वर्ल्ड आयोजन के तहत 'ऑल यू नीड इज़ लव' गाया जिसे 26 देशों में 40 करोड़ लोगों ने सुना। दिसंबर 1967 में मैजिकल मिस्ट्री टूर का साउंडट्रैक जारी किया गया।
1968
एनिमेटेड फ़िल्म येलो सबमरीन में बैंड के कलाकारों को कार्टून कैरेक्टर के रुप में दिखाया गया। इसमें ग्यारह गाने थे, यह एनिमेशन फिल्म जून में रिलीज़ हुई, कला समीक्षकों ने इसके संगीत, हास्य और रचनात्मकता की तारीफ़ की। नौवां एलबम जिसका नाम बीटल्स था जिसे वाइट एलबम भी कहा जाता है, इसे नवंबर 1968 में रिलीज़ किया गया। इस एलबम की रचना बीटल्स के भारत दौरे और महर्षि महेश योगी से उनकी मुलाक़ात के बाद हुई थी।
बीटल्स के 11वें स्टूडियो एलबम का नाम था ऐबी रोड जो 26 सितंबर को रिलीज़ हुआ। तीन महीने में ऐबी रोड की 40 लाख प्रतियाँ बिक गईं। 20 सितंबर को लेनन ने बैंड छोड़ने की बात अपने साथियों को बताई लेकिन यह बात गोपनीय रखी गई। बीटल्स का अंतिम लाइव शो 30 जनवरी 1969 को रिकॉर्ड किया गया। 20 अगस्त 1969 वह आख़िरी दिन था जब बीटल्स के चारों सदस्य अंतिम बार एक साथ थे, आइ वांट यू नाम के गाने की मिक्सिंग के दौरान।
1970
लेट इट बी बीटल्स का अंतिम स्टूडियो एलबम था जिसे 8 मई 1970 को जारी किया गया जिसके कुछ समय बाद मंडली के टूट जाने की घोषणा की गई। लेट इट बी नाम की डॉक्युमेंट्री उसके बाद बनाई गई, इस फ़िल्म के एक गाने संगीत के लिए ऑस्कर एवार्ड मिला। 31 दिसंबर 1970 को पॉल मैकार्टनी ने बैंड के सदस्यों की ज़िम्मेदारियों के मामले में एक कानूनी याचिका दायर की। बैंड के टूट जाने के बाद कानूनी विवाद का सिलसिला चलता रहा, 9 जून 1975 को बैंड को कानूनन ख़त्म घोषित कर दिया गया।
जॉन लेनन की न्यूयॉर्क में गोली मारकर हत्या कर दी गई। आठ दिसंबर 1980 को उनके घर के बाहर मार्क डेविड चैपमैन ने उन्हें गोली मार दी। 1995-1996 में बीटल्स एंथोलॉजी रिलीज़ हुई, इसमें लेनन के मारे जाने के बाद बचे तीनों कलाकारों ने पूरा सहयोग दिया, एंथोलॉजी में बीटल्स के बारे में एक किताब, एक डबल एलबम और एक डाक्युमेंट्री भी शामिल थी। जॉर्ज हैरिसन की 2001 में कैंसर से मौत हो गई। पॉल मैकार्टनी अब भी ओलंपिक और महारानी की डायमंड जुबली जैसे मौक़ों पर गाने गाते हैं।