50 परसेंट स्टूडेंट नहीं देना चाहते एग्जाम
-सही से तैयारी न होना और कोरोना के बढ़ते केस भी बड़ा कारण
-आईसीएसई के 10वीं के स्टूडेंट्स को एग्जाम देने या न देने की छूट KANPUR: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस यानि सीआईएससीई बोर्ड ने फ्राईडे को जो जानकारी दी गई, उसके मुताबिक उन्हें एग्जाम 2021 में दो ऑप्शन दिए गए। इनमें एक ऑप्शन 12वीं क्लास के स्टूडेंट की तरह ऑफलाइन मोड में एग्जाम देना और दूसरा ऑप्शन एग्जाम न देने का है। आईसीएसई से जुड़े एक्सपर्ट्स का कहना है कि 10वीं क्लास का एग्जाम देने वाले करीब 50 फीसद स्टूडेंट अब एग्जाम नहीं देना चाहते हैं। इसके दो अहम कारण हैं, पहला उनकी तैयारी न होना और दूसरा कोरोना महामारी का भय। हालांकि 50 परसेंट ऐसे भी स्टूडेंट हैं जो हर कंडीशन में एग्जाम देना चाहते हैं। अभी तस्वीर साफ नहींआइसीएसई जारी करेगा रिजल्ट आईसीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर केवी ¨वसेंट ने बताया कि जो स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं देंगे, उनका रिजल्ट आईसीएसई की ओर से जारी होगा। इस संबंध में भी काउंसिल की ओर से स्पष्ट जानकारी दी गई है। हालांकि मॉर्क्स का आधार कैसे तैयार होगा, इसे लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है।
10 हजार स्टूडेंट्सएवरेज 10 हजार स्टूडेंट्स देते हैं एग्जाम आईसीएसई बोर्ड के 2021 में होने वाले एग्जाम में एवरेज 10 हजार स्टूडेंट्स शामिल होंगे। इनमें 10वीं क्लास के पांच हजार और 12वीं के भी पांच हजार स्टूडेंट हैं। हर साल ही जिले से इतनी संख्या में बोर्ड परीक्षार्थी शामिल होंते हैं ।