अंडरग्राउंड केबलिंग और स्मार्ट मीटर लगाने सहित केस्को ऑफिसर्स की तमाम कोशिशों के बावजूद बिजली चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है. सिटी में लगे 6908 मे से 1854 ट्रांसफार्मर्स से जाने वाली 50 परसेंट बिजली फ्री में चली जा रही है. केस्को को इसका एक पैसा नहीं मिल रहा है. यह हाल तब है जबकि 6222 ट्रांसफॉर्मर्स की ही एनर्जी ऑडिटिंग हो सकी है. करीब 700 ट्रांसफार्मर की ऑडिटिंग अभी बाकी है.

कानपुर(ब्यूरो)। अंडरग्राउंड केबलिंग और स्मार्ट मीटर लगाने सहित केस्को ऑफिसर्स की तमाम कोशिशों के बावजूद बिजली चोरी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सिटी में लगे 6908 मे से 1854 ट्रांसफार्मर्स से जाने वाली 50 परसेंट बिजली फ्री में चली जा रही है। केस्को को इसका एक पैसा नहीं मिल रहा है। यह हाल तब है जबकि 6222 ट्रांसफॉर्मर्स की ही एनर्जी ऑडिटिंग हो सकी है। करीब 700 ट्रांसफार्मर की ऑडिटिंग अभी बाकी है।

एनर्जी ऑडिटिंग से खुलासा
दरअसल सेंट्रल गवर्नमेंट की रिवैम्प्ड डिस्ट्रिब्यूशन सेक्टर स्कीम के अंर्तगत केस्को का 614 करोड़ रुपए का लॉस रिडक्शन प्रोजेक्ट पास हुआ है। इस स्कीम के अंतर्गत किए जाने वाले कार्यो के लिए केस्को की टीम बेसिक तैयारियों में जुटी है। इसी कड़ी में केस्को ने सिटी में लगे डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर्स की एनर्जी ऑडिटिंग कराई। जिससे बिजली चोरी वाले गली-मोहल्लों की सही-सही जानकारी हो सके। इसी आधार पर इन मोहल्लों में बिजली चोरी रोकने के लिए अंडरग्र्राउंड केबल सप्लाई, एरियल बंच कंडक्टर आदि काम कराए जा सके।

30 परसेंट में लॉस अधिक
सिटी में केस्को के 6908 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, जिनके जरिए केस्को घर, दुकानों और फैक्ट्रियों को बिजली देता है। केस्को ने इन्हीं ट्रांसफार्मर्स की एनर्जी ऑडिटिंग करा रहा है। इन ट्रांसफार्मर्स में लगे मीटर के जरिए खर्च हुई बिजली और बिलिंग यूनिट की जांच कराई तो बिजली चोरी की हकीकत खुलकर सामने आ गई। फिलहाल केस्को को चारों सर्किल में लगे 6908 में से 6222 ट्रांसफार्मर्स की एनर्जी ऑडिटिंग की रिपोर्ट मिल गई है। इनमें से 1854 ट्रांसफार्मर ऐसे निकले, जिनमें एग्र्रीगेट टेक्निकल एंड कॉमर्शियल लॉस 50 परसेंट से भी अधिक पाया गया है।

नई डिवीजन हाई लॉस में
बिजली चोरी के लिए आमतौर पर बिजलीघर, कोपरगंज आलूमंडी, जरीबचौकी, हैरिसगंज डिवीजन ही कुख्यात थे, लेकिन ट्रांसफार्मर्स की एनर्जी ऑडिटिंग में दहेली सुजानपुर, किदवई नगर और रतनपुर डिवीजन हाई लॉस की लिस्ट में जुड़ गए हैं। रतनपुर पनकी डिवीजन के 296 में से 103 ट्रांसफार्मर्स का एटीसी लॉस 50 परसेंट से अधिक मिला है यानि की एक तिहाई से ज्यादा ट्रांसफॉर्मर्स में धड़ल्ले से बिजली चोरी हो रही है। इसी तरह किदवई नगर डिवीजन के 313 में से 127 ट्रांसफॉर्मर में 50 परसेंट से अधिक एग्र्रीगेट टेक्निकल एंड कामार्शियल लॉस पाया गया है।

धड़ल्ले से हो रही चोरी
कमोवेश यही हाल दहेली सुजानपुर डिवीजन का है। इस डिवीजन में लगे 367 ट्रांसफार्मर्स की एनर्जी ऑडिटिंग 123 ट्रासफार्मर में लॉस 50 परसेंट से अधिक मिला है। कुल मिलाकर केस्को ऑफिसर्स का भी कहना है कि इन डिवीजन में धड़ल्ले से बिजली चोरी हो रही है। केस्को के चीफ इंजीनियर संजय अग्र्रवाल ने बताया कि बिजली चोरी, लाइनलॉस रोकने के लिए सभी उपाए किए जा रहे हैं। आरडीएस स्कीम के अंर्तगत होने वाले कार्यो के लिए टेंडर भी कॉल किए जा चुके हैं। टेंडर प्रॉसेज कम्प्लीट होते ही काम शुरू कराए जाएंगे।


डिवीजन--टोटल ट्रांसफॉर्मर-- 50 परसेंट से ज्यादा लॉस
आलूमंडी-- 175-- 54
बिजलीघर परेड-- 357-- 154
नवाबगंज-- 522--129
फूलबाग-- 376-- 144
जरीबचौकी-- 252--39
दादा नगर-- 763-- 66
गोविन्द नगर-- 228-- 62
गुमटी-- 231--33
किदवई नगर-- 313--127
पराग डेयरी-- 235-- 78
वल्र्ड बैंक बर्रा-- 191-- 49
दहेली सुजानपुर-- 367--123
हंसपुरम-- 237--60
हैरिसगंज-- 386-- 90
जाजमऊ-- 509-- 111
नौबस्ता-- 420-- 119
कल्याणपुर-- 258-- 84
रतनपुर-- 296--103
सर्वोदय नगर-- 428-- 107
विकास नगर-- 364-- 102

Posted By: Inextlive