'बलात्कार पीड़ितों' को 40 साल बाद मुआवजा
बांग्लादेश के स्वतंत्रता युद्ध मामलों के मंत्रालय से जुड़ी संसद की स्थायी समिति की रविवार को हुई बैठक में ये फैसला लिया गया। बांग्लादेश की सरकार के मंत्री ताजुल इस्लाम ने बीबीसी बांग्ला सेवा को बताया कि सरकार ने रविवार को संसदीय समिति को सूचित किया है कि अधिकारी ऐसी महिलाओं की सूची बना रहे हैं जो कि इस वित्तीय मदद का हकदार होंगी।
दो हजार टाका की मददइस मदद के तहत शुरुआती दौर में पीडित महिलाओं को हर महीने दो हज़ार बांग्लादेशी टाका दिए जाएंगे, पर बाद में इस धनराशि को बढ़ा दिया जाएगा। अनुमान है कि उस संघर्ष के दौरान दो से चार लाख महिलाएं बलात्कार का शिकार हुईं। लेकिन सरकार का मानना है कि कुछ हजार महिलाएं ही इस आर्थिक मदद को स्वीकार करने के लिए आगे आईं।ये पूछे जाने पर कि इस मुद्दे पर इतना समय क्यों लगा ताजुल इस्लाम का कहना है कि ये पर लंबे अर्से तक ऐसा विषय रहा जिस पर बात करना ठीक नही समझा जाता था। इसके अलावा तमाम पीड़ित महिलाएं ऐसी थीं जो सामाजिक रुप से बहिष्कार किए जाने के डर से सामने नही आना चाहती थीं।
साल 1971 के युद्घ का ये एक ऐसा विवादास्पद पहलू है जिसमें महिलाओं को यौन प्रतारणाओं से गुजरना पड़ा था। इन महिलाओं को कई तरह के यौन संक्रमण झेलने के साथ साथ ही सामाजिक शर्मिंदगी और उत्पीड़न का भी सामना करना पड़ा है।