'सर फर्स्ट डिवीजन तो आ जाएंगे न हम'
- सीबीएसई से स्थिति क्लियर न होने से असमंजस में हैं छात्र
- इंटरनल वैल्यूशन के मार्क्स रोल पे करेंगे बड़ा KANPUR: हम फर्स्ट डिवीजन तो आ जाएंगे न सर। क्या मॉर्क्स 85 परसेंट से ज्यादा होंगे? बोर्ड की ओर से मॉर्क्स का आधार क्या रखा जाएगा? अगर एक समान वैल्यूशन हुआ तो आगे की क्लासेस में एडमिशन कैसे ले पाएंगे? इस तरह के कई सवाल डेली सीबीएसई के स्टूडेंट अपने टीचर्स से पूछ रहे हैं, हालांकि बोर्ड की ओर से तस्वीर साफ होने के चलते टीचर भी जवाब देने की स्थिति में नहीं हैं। 10वीं क्लास का मामलास्टूडेंट्स और टीचर्स के बीच वैल्यूशन को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। दरअसल सीबीएसई ने इस सेशन में 10वीं क्लास के एग्जाम रद् कर दिए हैं। साथ ही बोर्ड की ओर से यह कहा गया है, कि जो छात्र परीक्षा देना चाहेंगे उन्हें देश की स्थितियां ठीक होने के बाद बोर्ड मौका देगा। जबकि अन्य छात्रों का रिजल्ट बोर्ड की ओर से जारी किया जाएगा।
इंटरनल मार्क्स पर टिकीं निगाहेंसीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर बल¨वदर सिंह ने कहा कि बोर्ड की ओर से जो रिजल्ट का आधार होगा, उसमें इंटरनल वैल्यूशन में मिले मार्क्स की भूमिका अहम होगी। छात्रों को जो मार्क्स स्कूल से किए गए, वह उनके परिणाम पर असर डालेंगे।