नोएडा स्थित डॉ. सिद्धार्थ चौधरी के आवास पहुंची पुलिस ने चार घंटे परिवार के सदस्यों से अलग-अलग पूछताछ की. डॉक्टर ने करौली स्थित लवकुश आश्रम के बाबा संतोष ङ्क्षसह भदौरिया पर मारपीट कर नाक तोडऩे का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने 16 दिन बाद पुलिस ने नोएडा पहुंचकर डॉक्टर और उनके परिवार के बयान दर्ज किए. डॉक्टर ने घटना से जुड़े साक्ष्य पुलिस को सौंपते हुए बाबा को ठग और शातिर अपराधी बताया है.


कानपुर (ब्यूरो) नोएडा निवासी डॉ। सिद्धार्थ चौधरी ने 19 मार्च को करौली बाबा संतोष ङ्क्षसह भदौरिया और उसके सेवादारों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने 22 फरवरी को बाबा और उनके सेवादारों पर पिटाई कर सिर फोडऩे और नाक तोडऩे का आरोप लगाया था, जिसके बाद से बाबा संतोष विवादों में घिरे हैं। पुलिस घटना को लेकर बाबा और उनके सेवादारों से तो कई बार पूछताछ कर चुकी थी लेकिन डॉक्टर के बयान नहीं दर्ज हो सके थे। विवेचक अरङ्क्षवद कुमार ङ्क्षसह बुधवार को एक हेड कांस्टेबल के साथ नोएडा स्थित डॉक्टर के आवास पहुंचे और डॉ। सिद्धार्थ के साथ उनके पिता वीएस चौधरी, मां रेनू और पत्नी प्रियंका से चार घंटे तक एक-एक करके पूछताछ की।

सारे इविडेंस पुलिस को सौंपे
पुलिस ने डॉ। सिद्धार्थ से लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास के बाहर हुई घटना के बारे में पूछा। इस पर डॉक्टर ने मुख्यमंत्री आवास जाने की बात को स्वीकार किया लेकिन वहां किसी प्रकार की चोट लगने की बात को गलत बताया। डॉक्टर ने घटना से जुड़े सभी साक्ष्य पुलिस को सौंपे। डॉक्टर और उनके परिवार ने बताया कि पहले बाबा पर आस्था थी लेकिन आश्रम में बाबा के क्रियाकलाप देख मन दुखी हुआ। परिवार ने बाबा को ठग बताते हुए अपराधी प्रवृत्ति का बताया। थाना प्रभारी सतीश चंद्र राठौर ने बताया कि बयानों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Posted By: Inextlive