श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने बुधवार को कमिश्नर कार्यालय में कानपुर मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों का जल्द निस्तारण किया जाए साथ ही जनसुनवाई पोर्टल पर भी आ रही शिकायतों का समाधान किया जाए. ताकि लोगों को अपनी समस्या का समाधान करने में दिक्कत न आए. वहीं कानपुर मंडल विकास कार्यों में प्रदेश की रैंकिंग में तीसरा स्थान मिला है. इसके बाद उन्होंने शहर के उद्यमियों और व्यापारियों से मुलाकात की.

कानपुर (ब्यूरो) उन्होंने कहा कि कानपुर नगर, कानपुर देहात एवं औरैया में लक्ष्य के हिसाब से मवेशियों को गोआश्रय में रखा जाए। पशुओं के सम्बन्ध में अभियान चलाकर सुविधाएं सुनिश्चित करें। जल जीवन मिशन के तहत रेट्रोफिटिंग प्रोग्राम में कन्नौज को छोड़कर अन्य जनपदों की स्थिति खराब मिली। अमृत सरोवरों का कार्य जल्द पूरा कर मॉडल सरोवर बनाए जाने के निर्देश दिए हैं।

19 गांव का संपर्क प्रभावित
समीक्षा में कमिश्नर डॉ। राजशेखर ने बताया कि सभी जिलों के करीब 150 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। लगभग 19 गांवों का सम्पर्क कुछ प्रभावित है। उन गांवों के नागरिकों को नांव व अन्य साधनों से जरूरी खाद्य पदार्थ मुहैया कराया जा रहा है। बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है, साथ ही प्रशासन निगाह बनाए हुए है। बैठक में डीएम विशाख जी, केडीए वीसी अरविन्द सिंह, नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन, सीडीओ सुधीर कुमार आदि मौजूद रहे।

देरी पर लगेगा जुर्माना
उद्यमियों ने मंत्री से मुलाकात कर कहा कि जब माल आपूर्ति की देरी पर उन्हें जुर्माना चुकाना पड़ता है तो विभागों से भुगतान विलंब के लिए उन्हें हर्जाना दिलाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। व्यापारियों ने वाणिज्य कर अधिकारियों की मनमानी की शिकायत की और ईएसआई अस्पताल में चिकित्सक की कमी का मुद्दा उठाया। फीटा उद्योग संघ के महासचिव उमंग अग्रवाल ने केंद्रीय राजधानी क्षेत्र की तर्ज पर राज्य राजधानी क्षेत्र बनाए जाने की सिफारिश की।

Posted By: Inextlive