कानपुर को ट्रैफिक जाम से बचाने के साथ पॉल्यूशन से राहत के लिए बनने वाली सिक्स लेन आउटर रिंग रोड के रास्ते की बाधा न तो रेलवे लाइनें बनेंगी और न ही गंगा व पांडु नदी. यानि बिना किसी ब्रेक के गाडिय़ां रिंग रोड पर हवा से बातें कर सकेंगी. इसके लिए रिंग रोड प्रोजेक्ट के अंर्तगत तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर ब्रिज फ्लाईओवर आदि बनाए जाएंगे.

कानपुर(ब्यूरो)। कानपुर को ट्रैफिक जाम से बचाने के साथ पॉल्यूशन से राहत के लिए बनने वाली सिक्स लेन आउटर रिंग रोड के रास्ते की बाधा न तो रेलवे लाइनें बनेंगी और न ही गंगा व पांडु नदी। यानि बिना किसी ब्रेक के गाडिय़ां रिंग रोड पर हवा से बातें कर सकेंगी। इसके लिए रिंग रोड प्रोजेक्ट के अंर्तगत तीन दर्जन से अधिक स्थानों पर ब्रिज, फ्लाईओवर आदि बनाए जाएंगे। इसका खाका नेशनल हाईवे खींच चुका है और रिंग रोड के कानपुर सिटी में पडऩे वाले अधिकांश हिस्से को बनाने के लिए टेंडर भी कॉल कर चुका है। जनवरी के पहले हफ्ते में टेंडर खुल जाएंगे।

9 रेलवे ओवर ब्रिज
दरअसल सिटी को ट्रैफिक जाम से बचाने के लिए 10 हजार करोड़ से 93.2 किलोमीटर लंबी आउटर रिंग रोड बनाने की तैयारी हो गई है। चार पार्ट में बनने वाली इस रिंग रोड के मंधना से सचेंडी, रमईपुर, रूमा होते उचिटी तक 49 किलोमीटर के हिस्से के लिए टेंडर भी कॉल किए जा चुके हैं। आउटर रिंग रोड के बनने से अन्य डिस्ट्रिक्ट या स्टेट से आनी वाली और अदर सिटी व राज्यों को जाने वाली गाडिय़ों को शहर के बाहर ही बाहर गुजारा जा सकेगा। इससे सिटी की रोड्स पर ट्रैफिक कम हो जाएगा और ट्रैफिक जाम की समस्या खासी हद तक हल हो जाएगा।

एक्सीडेंट पर अंकुश
सिटी में हैवी व अन्य गाडिय़ों की धमाचौकड़ी कम होने से रोड एक्सीडेंट्स की संख्या पर भी अंकुश लग जाएगा। इसके लिए रिंग रोड को कानपुर नगर, कानपुर देहात व उन्नाव से होकर गुजारा जाएगा। हालांकि रिंग रोड के रास्ते पर अनवरगंज-कासगंज, दिल्ली-हावड़ा, झांसी, डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर, कानपुर- लखनऊ आदि रेलवे लाइन पड़ेगी। बिना ब्रेक के इन रेलवे लाइनों से गाडिय़ां पार कराने के लिए 9 स्थानों पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाएंगे।

गंगा पर 2 नए ब्रिज
आउटर रिंग रोड पर गाडिय़ों के फर्राटा भरने के लिए गंगा नदी पर भी दो नए ब्रिज बनाए जाएंगे। एक ब्रिज बैराज साइड होगा तो दूसरा चकेरी एयरपोर्ट साइड बनेगा। कुल मिलाकर रिंग रोड प्रोजेक्ट में 4 बड़े ब्रिज बनाए जाएंगे। कुल मिलाकर 10 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट के तहत 4 स्थानों पर फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे। वहीं सर्विस रोड के साथ 4 और सर्विस रोड के बिना 17 माइनर ब्रिज बनाए जाएंगे। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रशांत दुबे ने बताया कि रिंग रोड बनाने की पूरी तैयारियां हो चुकी हैं। दो हिस्सों के टेंडर भी कॉल किए जा चुके हैं।
रिंग रोड प्रोजेक्ट
रिंग रोड की लंबाई-- 93.2 किलोमीटर
रिंग रोड की चौड़ाई-- 6 लेन
प्रोजेक्ट कास्ट -- 10 हजार करोड़
रेलवे ओवर ब्रिज की संख्या-- 9
फ्लाईओवर की संख्या-- 4
मेजर ब्रिज की संख्या -- 4
माइनर ब्रिज विद सर्विस रोड-- 4
माइनर ब्रिज विदआउट सर्विस रोड-- 17
रिंग रोड के रास्ते में रेलवे लाइन
अनवरगंज-कासगंज, दिल्ली-हावड़ा, कानपुर- झांसी, डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर, कानपुर-चित्रकूट, कानपुर- लखनऊ आदि
रिंग रोड के रास्ते में हाईवे
कानपुर-अलीगढ़, कानपुर-इटावा, कानपुर- सागर, कानपुर-प्रयागराज, कानपुर- लखनऊ आदि
रिंग रोड के रास्ते पर नदियां
गंगा, पांडु नदी आदि

Posted By: Inextlive