अगर आप कानपुर से लखनऊ या उन्नाव की तरफ जा रहे हैं तो सावधानी से जाइए क्योंकि रामादेवी से लेकर गंगापुल पार तक सडक़ पर गड्ढे ही गड्ढे हैं. यूं तो कानपुर और लखनऊ के बीच की सडक़ की शक्ल ओवरलोड व्हीकल्स ने बिगाड़ दी है.


कानपुर(ब्यूरो)। अगर आप कानपुर से लखनऊ या उन्नाव की तरफ जा रहे हैं तो सावधानी से जाइए, क्योंकि रामादेवी से लेकर गंगापुल पार तक सडक़ पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। यूं तो कानपुर और लखनऊ के बीच की सडक़ की शक्ल ओवरलोड व्हीकल्स ने बिगाड़ दी है। कहीं सडक़ पर नालियां बन गई हैं तो कहीं सडक़ पर गहरे गड्ढे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में 3.7 किलोमीटर में 37 बड़े गड्ढे और कई जगह सडक़ पर बनी हुई नालियां मिली। हो रहे हैं हादसे आपको बताते चलें कि इन नालियों की वजह से ही वाहन सवार स्पीड को दौरान अपनी स्पीड कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। अक्सर रात के समय बारिश में पानी भरने की वजह से ये गड्ढे नहीं दिखाई देते हैं, जिसकी वजह से गाडिय़ों के एक्सल टूट जाते हैं और वाहन वहीं खड़े हो जाते हैं। जिसकी वजह से कई किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है, और लोग कई घंटे तक हाईवे पर खड़े रह जाते हैं. करोड़ों खर्च कर बनी थी लखनऊ की तरफ से आने वाले वाहन अचलगंज मोड़ से मुड़ कर शहर से बाहर ही बाहर निकल जाते हैं। वहीं कानपुर से लखनऊ जाने वाले वाहनों को सीधे जाना होता है। तीसरा अचलगंज से गंगा बैराज की तरफ जाने का ट्रैफिक। ये तीन वजह हैं हाईवे पर जाम के। हालांकि ट्रैफिक कंट्रोल के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। अब बात की जाए जाजमऊ पुल से रामादेवी तक की तो ये सडक़ कुछ दिन पहले ही बनाई गई थी। जिसमें करोड़ों रुपया खर्च हुआ था। इसकी हालत बद से बदतर हो गई है। जाजमऊ से रामादेवी तक जगह-जगह गहरे गड्ढे बने हुए हैं। एक दिन पहले ही रामादेवी चौराहा के पास फ्लाईओवर टूट गया था, जिसकी वजह से सडक़ दरक गई थी। अब इस गड्ढे की मरम्मत करने की बात तय हुई तो बारिश ने रास्ता रोक दिया। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट की टीम जब इस रोड के गड्ढे गिनने निकली तो 3.7 किलोमीटर की दूरी पर 37 गड्ढे और तमाम नालियां मिली. 5 की जगह लगते 25 मिनट गंगा नदी के कानपुर इंड की बात की जाए तो यहां बारिश के पहले सरिया निकली थीं। तमाम वीआईपी और वीवीआईपी वहां से निकले। शिकायत की गई तो बारिश के पहले रिपेयरिंग कर दी गई। जब बारिश हुई तो सब कुछ धुल गया। सारा मैटेरियल पानी में बहकर गंगा में चला गया। एक बार फिर से सडक़ पर गड्ढे दिखने लगे। इन गड्ढों में पानी भरने की वजह से जाम के हालात रात भर बने रहते हैं। गंगा पुल पार करने में नार्मली दो से तीन मिनट लगते हैं। इन दिनों शाम आठ बजे से रात भर जाम की स्थिति बनती है और पार करने में 20 से 25 मिनट का समय लगता है। जिसकी वजह से लोगों को कानपुर से लखनऊ तक की दूरी साढ़े चार घंटे में पूरी करनी पड़ रही है। रामादेवी से जाजमऊ तक जाम के 4 प्वाइंट हो गए हैं। नालियों की व्यवस्था न होने से दरअसल कानपुर से निकलने हाईवे में जल निकासी का इंतजाम नहीं है। बारिश के बाद जलभराव होता है। या तो पानी अपने आप सूख जाता है तेज गति से जा रही गाडिय़ों के टायर से नीचे चला जाता है। साइड लेन से जा रहे लोगों को भिगोता रहता है। यहां जलभराव की वजह से सडक़ें खराब हो चुकी हैं, लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं है। स्थानीय लोगों की माने तो इससे हादसे का अंदेशा है. एक नजर में दूरी : 3.7 किलोमीटर गड्ढे : 37 जाम के प्वाइंट : 04 आम दिनों में समय लगता : 5 मिनट इन दिनों में लगता समय : 20 से 25 मिनट पानी निकलने के लिए बनाई गई नालियों पर अतिक्रमण कर लिया गया है। पानी की निकासी न होने से सडक़ खराब हो रही है। अर्जुन डांगे, डिप्टी डायरेक्टर एनएचएआई Posted By: Inextlive