केस्को का कंज्यूमर्स पर करोड़ों रुपए का बिजली बकाया है. इनमें आम पब्लिक के साथ सरकारी विभाग भी बड़े बकाएदार हैं. कई विभागों ने तो सालों से बिल नहीं जमा किया है और फ्री में बिजली का इस्तेमाल कर रहे है. बावजूद इसके केस्को इनपर लगाम नहीं पा रहा है. सरकारी विभागों पर करोड़ों रुपए बकाया है. विभागों में जरूरत न होने पर भी पंखे कूलर आदि का यूज धड़ल्ले से हो रहा है. इसका खामियाजा पब्लिक को भुगतना पड़ रहा है. फंड की कमी से केस्को बिजली व्यवस्था को बेहतर करने में समस्या आ रही है.


कानपुर (ब्यूरो) वहीं, अगर सरकारी विभागों पर बकाए के आंकड़े बतात हैं कि लगभग 338 करोड़ रुपए अलग-अलग विभागों से बकाया है। मार्च में बकाया वसूलने के लिए अभियान भी चलाया गया लेकिन वसूली नहीं हो सकी है। कुछ विभागों ने चौथाई व आधी धनराशि देकर कनेक्शन कटने से बचा लिए। बकाया वसूलने के लिए केस्को अब अभियान चलाने की तैयारी कर रहा है। सरकारी विभागों को कनेक्शन भी काटे जाएंगे। ताकि बिल का समय से भुगतान हो सके।

घरों में 1.07 लाख स्मार्ट मीटर
सरकारी विभागों में बिजली का दुरुपयोग रोकने के लिए तीन साल पहले प्रीपेड मीटर लगाने की योजना बनाई गई थी। इन विभागों में मैन्युअल मीटरों से ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। उपभोक्ताओं के घरों में 1.07 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, सरकारी विभागों में प्रीपेड मीटर न लगने से बकायादारी लगातार बढती जा रही है। केस्को ने आम उपभोक्ताओं के घरों में तो स्मार्ट पोस्टपेड व प्रीपेड मीटर लगवाए लेकिन किसी भी सरकारी विभाग में प्रीपेड मीटर नहीं लगाए गए।

Posted By: Inextlive