वकील के सिर में फंसी मिली 315 बोर की गोली
कानपुर (ब्यूरो) रिटायर्ड असिस्टेंट रजिस्ट्रार और हिस्ट्रीशीटर वकील राजाराम वर्मा की हत्या के मामले में पुलिस ने बेटे नरेंद्र देव की तहरीर पर हत्या की धारा 302 और हत्या की साजिश की धारा 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की है। जिसमें एनआरआई सिटी के मालिक, रिश्तेदार राजबहादुर समेत दो अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। डीसीपी वेस्ट जोन बीबीजीटीएस मूर्ति का कहना है कि मामले में जो भी आरोपी बनाए गए हैं। उनसे पूछताछ की जाएगी। इसके अलावा गोली मारने वाले बाइक सवार युवकों की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं। आसपास के लोगों के मुताबिक गोली मारने वाला एक युवक मास्क लगाए था। उसकी उम्र 25 से 30 साल के बीच में है। राजाराम वर्मा के घर में 9 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जिसमें से कुछ खराब भी है, लेकिन जो कैमरे सही हैं। उसकी डीवीआर से रिकार्डिंग चेक की जाएगी। बेटे से डीवीआर का पासवर्ड मांगा गया, लेकिन उसने बताया कि पासवर्ड पिता को ही मालूम था। फुटेज निकलवाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
नवाबगंज थाने में हिस्ट्रीशीटर
नवाबगंज गंगानगर हाउसिंग सोसाइटी में रहने वाले पूर्व असिस्टेंट रजिस्ट्रार और वकील राजाराम वर्मा का नाम असल में नवाबगंज थाने में हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दर्ज है। थाने के भूमाफियाओं की सूची में भी उसका नाम था। नवाबगंज पुलिस के मुताबिक वह तीन बार जेल जा चुका है। आखिरी बार 2017 में वह जेल गया। जमानत पर बाहर आया था। उसके खिलाफ धोखाधड़ी, छेड़छाड़, रेप के केसेस भी दर्ज है। नवाबगंज थाने में कुल एक दर्जन मुकदमें उसके नाम पर दर्ज हैं। सितंबर 2013 में एसएसपी के आदेश के बाद उस पर निगरानी बंद की गई थी।