इलेक्शन कमीशन की तरफ से नालों की सफाई को लेकर टेंडर खोलने की स्वीकृति दे दी गई है. नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने विभागीय स्तर पर और मानव बल लगाकर अपने 1232 नालों की सफाई शुरू करा दी है लेकिन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के नालों की 13 मई के बाद ही सफाई शुरू हो पाएगी. 30 जून तक नालों की सफाई पूरी करनी है. वहीं बेमौसम बारिश ने शहर की सफाई व्यवस्था की हकीकत पहले ही खोल कर रख दी है.


कानपुर (ब्यूरो) नगर निगम इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के पास 264 और स्वास्थ्य विभाग के पास 1232 नाले हैं। इनकी सफाई में करीब सात करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। पिछले साल भी करीब सात करोड़ रुपये खर्च हुए थे। इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने सीसामऊ, रफाका नाला, गंदा नाला समेत बड़े नालों की सफाई पहले ही विभागीय स्तर पर शुरू कर दी है। मशीन लगाकर सफाई करायी जा रही है। नालों की निकली सिल्ट सडक़ पर ही डाल दी है।

88 हजार मैन पावर लगाया
स्वास्थ्य विभाग के रबिश प्रभारी ए रहमान ने बताया कि नालों की सफाई के लिए 88 हजार मानव बल लगाया जाएगा। इसके लिए जोन-1 और जोन-4 के नालों की सफाई विभागीय स्तर पर करायी जा रही है। जबकि जोन-2, जोन-3, जोन-5 और जोन-6 के लिए मानव बल लगाए जाएंगे। जोनल स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जोनवार मानव बल कितने लगने है इसकी रिपोर्ट दे दी है। उसके आधार पर सफाई शुरू करायी जा रही है।

Posted By: Inextlive