‘एडमिन राइट’ के जरिए थोड़ा-थोड़ा कर खाते से उड़ा दिए 22 लाख
कानपुर (ब्यूरो)। अगर आपकी फर्म के नाम से ई-वॉलेट है तो आपको अलर्ट रहने की जरूरत है। कानपुर कमिश्नरेट में लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पेट्रोल पंप इंप्लॉयज ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए ओनर को धोखा देकर &एडमिन राइट&य हासिल कर लिया। इसके बाद थोड़ा-थोड़ा कर आठ महीने में 22 लाख रुपये खाते से पार कर दिए। रकम कम होने पर ओनर ने स्टेटमेंट निकाला तो हकीकत का पता चला। उन्होंने साइबर क्राइम सेल को जानकारी दी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस तरह से करते थे ठगी
पुलिस के मुताबिक, पेट्रोल पंप कर्मियों ने मालिक को विश्वास में एडमिन राइट का ओटीपी ले लिया था। आठ महीने पहले जो क्यूआर कोड पंप पर ग्राहक से रुपये लेने के लिए इस्तेमाल किया जाता था, उसका एक्सेस अपने फोन में ले लिया था। ग्राहक से रुपये लेने के दौरान अपने फोन पर आए क्यूआर कोड को स्कैन कराने के बाद रुपये खाते में डलवा देते थे। देर शाम रोज का स्टॉक मिलने के दौरान मालिक को हिसाब सही दिखता था। इसके बाद आरोपी पेटीएम की स्कीम का फायदा उठाते थे। पुलिस ने बताया कि जो रकम पेटीएम के माध्यम से स्टॉक में आती है, उसे 24 घंटे के अंदर किसी खाते में ट्रांसफर कर सकते हैैं। इसी स्कीम का फायदा उठाकर आरोपी मेलबाजी करते थे चूंकि एक्ससेस आरोपियों को मोबाइल में था लिहाजा ओटीपी भी इसी फोन में आता था। ओटीपी आने के बाद आरोपी रुपये आसानी से अपने खाते से निकाल लेते थे।
इस तरह से हुई जानकारी
बर्रा-2 छेदी सिंह का पुरवा निवासी रामनरेश अवस्थी का मंधना में पेट्रोल पंप है। रामनरेश ने पुलिस को बाताया कि रोज वे हिसाब करते थे तो हिसाब सही रहता था। इसी खाते से वे पेट्रोल कंपनी का पेमेंट करते थे। जब उनके खाते में रकम कम होने की जानकारी मिली तो स्टेटमेंट निकाला। स्टेटमेंट में दो अज्ञात खाते मिले, जिसमें लगातार 5 से 10 हजार रुपये पेटीएम से वापस कराए जाने की बात सामने आई।
साइबर सेल ने किया खुलासा
एडीसीपी क्राइम मनीष सोनकर ने बताया कि जब इसकी जांच की गई तो पेट्रोल पंप में काम करने वाले बिठूर के बैराठनपुरवा निवासी हरिओम पाल और चौबेपुर के उदैतपुर निवासी अन्नू पाल की जानकारी हुई। पुलिस की टीम ने हरिओम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने ठगी की जानकारी दी। उसके पास से 12 लाख 10 हजार 459 रुपये बरामद हुए। इसके बाद अन्नू पाल को पकड़ा गया। पूछताछ में उसने भी सारी वारदात बता दी। उसके पास से 9 लाख 59 हजार 495 रुपये बरामद हुए हैैं।
प्रभारी निरीक्षक साइबर सेल हरमीत सिंह ने बताया जो शॉपकीपर्स पेटीएम या गूगल पे दुकान पर इस्तेमाल कर रहे हैं और दुकान पर सेल्समैन रहते हैैं। तो हर 24 घंटे के अंदर दोबारा अकाउंट जरूर चेक करें, जिससे अगर इस तरह की घटना हो रही है तो उसकी जानकारी हो जाए। साथ ही क्यू आर कोड और एडमिन राइट का पासवर्ड बदलते रहें।