शहर में मेट्रो ट्रेन ने एक साल का सफर पूरा कर लिया है. 28 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले कारीडोर के प्रायरिटी सेक्शन आईआईटी से मोतीझील बीच मेट्रो संचालन का उद्घाटन किया था. इस सेक्शन पर मेट्रो दौडऩे के साथ ही पहले कारीडोर आईआईटी से नौबस्ता के सभी सेक्शन पर निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है. बड़ा चौराहा से नयागंज तक अंडरग्राउंड सेक्शन के लिए एक साइड की टनल भी कंपलीट हो गई है. वहीं बारादेवी से नौबस्ता के बीच हमीरपुर रोड पर मेट्रो के पिलर बनते नजर आ रहे हैं. यू गर्डर आदि बनाने के लिए आवास विकास में कॉस्टिंग यार्ड भी शुरू हो चुका है. मेट्रो अधिकारियों ने मई 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कॉरीडोर-1 कंपलीट कर मेट्रो दौड़ाने का टारगेट रखा है.

कानपुर (ब्यूरो) वहीं इस कॉरीडोर में सबसे बड़ा अड़ंगा मोतीझील से चुन्नीगंज स्टेशन के बीच बीआईसी की जमीन का विवाद करीब-करीब खत्म हो चुका है। बीआईसी की जमीन न मिलने की वजह से चुन्नीगंज से ट्रेन को अंडरग्राउंड ले जाने का शॉफ्ट नहीं बन पा रहा था। नजूल की जमीन होने की वजह से अब यह जमीन राज्य सरकार के पास आने की बात कही जा रही है और इसके चलते ही जिलाधिकारी विशाख जी ने आवास सचिव को पत्र लिखकर मेट्रो को यहां कार्य करने की अनुमति देने के लिए भी कहा है। इसकी अनुमति मिलते ही मेट्रो यहां कार्य शुरू कर देगा। मेट्रो का अब तक 42 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। इसमें मेट्रो के सिविल, इलेक्ट्रिक कार्य के अलावा ट्रेनों के कोच का आना भी शामिल है।

मेट्रो की यात्रा पर एक नजर
- 28 दिसंबर 2021 को शहर में मेट्रो चलना शुरू हुई।
- 21 लाख से अधिक लोगों ने पिछले एक वर्ष में यात्रा की।
- 01 जनवरी 2022 को सर्वाधिक 50,000 यात्रियों ने यात्रा की।
- 18 मार्च 2022 को होली के दिन सबसे कम 3000 यात्री रहे
- 11 ट्रेनों के कोच अब तक मेट्रो डिपो में आ चुके हैं।
- 05 ट्रेनें आईआईटी से मोतीझील के बीच चल रही हैं।
- 42 प्रतिशत निर्माण कार्य पहले कारीडोर का पूरा हो चुका
-2024 मई से पहले कॉरीडोर को पूरा करने का टारगेट

नए साल में दूसरे कॉरीडोर का टेंडर
सीएसए यूनिवर्सिटी से बर्रा आठ तक करीब आठ किलोमीटर लंबा मेट्र्रो का दूसरा कॉरीडोर बनना है। रूट पर निर्माण कार्य शुरू करने के लिए मिट्टी की जांच का काम चल रहा है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक जनवरी में इसका टेंडर हो जाएगा। इस रूट पर सीएसए स्टेशन का प्रारूप बदला जा रहा है। पहले यह अंडरग्राउंड स्टेशन था। अब यह एलीवेटेड स्टेशन होगा। इसलिए अब सीएसए, विजय नगर, शास्त्री चौक, बर्रा सात, बर्रा आठ एलीवेटेड स्टेशन होंगे। वहीं रावतपुर, काकादेव, डबल पुलिया स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे।

सेंट्रल स्टेशन पर भी मिल गई जमीन
मेट्रो को सेंट्रल स्टेशन पर भी कार्य करने के लिए जमीन मिल गई है। अब मोतीझील के आगे नौबस्ता तक पूरे मार्ग पर कार्य चल रहा है। अंडरग्राउंड वाले सभी स्टेशनों को बनाने का काम चल रहा है। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक दक्षिण में एलीवेटेड स्टेशन का कार्य तेजी पर है। होली तक यहां पिलर खड़े दिखने लगेंगे। पहले कॉरीडोर में मोतीझील के आगे चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज, सेंट्रल स्टेशन, झकरकटी बस स्टेशन, ट्रांसपोर्ट नगर, बारादेवी, किदवई नगर, वसंत विहार, बौद्ध नगर, नौबस्ता स्टेशन रहेंगे।

लगने लगीं टिकट वेंङ्क्षडग मशीनें
मेट्रो स्टेशन पर अभी तक यात्रियों को टिकट काउंटर पर लाइन लगाकर टिकट लेने होते थे लेकिन अब टिकट वेंङ्क्षडग मशीनें लगने लगी हैं। आईआईटी व मोतीझील स्टेशन पर ये मशीनें लग चुकी हैं और बाकी स्टेशन पर जल्द ही लग जाएंगी। वहीं जल्द ही मेट्रो पर सफर के लिए कार्ड भी लॉन्च होने वाला है। इसके बाद यात्रियों को टिकट के लिए लाइन में लगने की जरूरत नहीं रह जाएगी। यात्री सिर्फ कार्ड को स्कैन कर प्लेटफार्म तक पहुंच सकेंगे। वे जिस स्टेशन से कार्ड स्कैन कर बाहर निकलेंगे, सिस्टम वहां तक का किराया खुद काट लेगा। घर बैठे रीचार्ज भी करा सकेंगे।

Posted By: Inextlive