मार्केट्स और टूरिस्ट प्लेस में बनेंगे 20 नए पिंक-मार्डन टॉयलेट
कानपुर (ब्यूरो)। मार्केट एरिया, टूरिस्ट प्लेस और धार्मिक स्थलों के आस-पास आने वाले लोगों की सुविधा के लिए अब पिंक व माडर्न टॉयलेट बनाए जाएंगे। पहले फेज में सिटी में 20 &आकांक्षी&य पब्लिक टॉयलेट बनाने का काम जल्द शुरू किया जाएगा। इसके बाद सिटी में 100 से अधिक पिंक समेत मॉडर्न टॉयलेट बनेंगे। फिलहाल स्वच्छ भारत मिशन-2.0 के तहत 50 लाख की बजट की मंजूरी भी दे दी है। शासन ने पहली किश्त जारी कर दी हे। 2.5 लाख रुपये प्रति टॉयलेट पर खर्च किया जाएगा। यहीं नहीं पब्लिक की सुविधाओं को देखते हुए कई प्लेस पर 12 नए यूरिनल भी बनाए जाएंगे। इसके लिए अलग से 4 लाख रुपये सेक्शन किए गए हैं।
माडर्न डिजाइन
स्वच्छ भारत मिशन नगरीय-2.0 के तहत आकांक्षी पब्लिक टॉयलेट व यूरिनल का निर्माण कराया जाना है। यह निर्माण लोगों के अधिक आने-जाने वाली प्लेस पर होने हैं। इन टॉयलेट में माडर्न डिजायन के साथ ही पहले से अधिक सुविधाएं भी होगी। इस स्कीम के अंर्तगत जारी किए गए बजट में सेंट्रल का प्रति सीट 25 परसेंट, स्टेट की 16 और लोकल बॉडी की 59 परसेंट धनराशि लगी। राज्य मिशन निदेशक डॉ। नितिन बंसल ने नगर निगम को कहा है कि स्वीकृत बजट से टॉयलेट के निर्माण में ही खर्च किया जाये। शासन की ओर से 20 पब्लिक टॉयलेट के लिए 50 लाख रुपये व 12 यूरिनल के लिए 3.84 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। इसके तहत 10.25 लाख रुपये टॉयलेट और 78 हजार रुपये यूरिनल के लिए पहली किश्त जारी की है।
सिटी में 96 पब्लिक टॉयलेट जर्जर
सिटी में ज्यादातर टॉयलेट या तो जर्जर हो गए हैं, या उनमें पानी तक नहीं है। नगर निगम की सर्वे रिपोर्ट के अनुसार शहर में बनाए गए 96 टॉयलेट पूरी तरह से जर्जर हो गए हैं। जबकि, 62 ऐसे टॉयलेट मिले हैं जिनमें पानी तक की व्यवस्था नहीं मिली। जिसके बाद स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत हो रहे कामों की पोल खुल गई है। सिविल लाइंस में स्थित टॉयलेट एक साल से बंद है। इसके बाहर पर्ची भी टैग कर दी गई है कि सीवर लाइन खराब होने के चलते टॉयलेट को बंद कर दिया गया है। इसी तरह जेके टेंपल के पीछे शिवराज सिंह का पुरवा में बस्ती के लोगों के लिए दो पब्लिक टॉयलेट बने हैं, लेकिन मौजूदा समय में दोनों ही टॉयलेट बंद कर दिए गए हैं। जोन 2 में 41 ऐसे टॉयलेट मिले हैं जो पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं। वहीं, जोन छह में 21 ऐसे टॉयलेट मिले हैं जहां पानी तक नहीं है। जिससे टॉयलेट बंद हो गए। सफाई न होने से इन टॉयलेट की हालत बदतर हो गई है।