उर्सला में नौकरी के नाम पर 17.50 लाख ठगे
कानपुर (ब्यूरो) कल्याणपुर आवास विकास-एक निवासी रियाजुल हसन ने बताया कि वह क्षेत्र में ही एक निजी अस्पताल चलाते हैं। उनके यहां काम करने वाले कंपाउंडर इसरार का बहनोई ककवन निवासी मो। आरिफ उर्फ फैजल अक्सर उनके यहां मरीज भेजता था जिससे उससे जान पहचान हो गई। रियाजुल हसन ने बताया कि आरिफ खुद को उर्सला अस्पताल में सीनियर ओटी टेक्नीशियन बताता था। उसने बताया कि अल्पसंख्यक कोटे से उर्सला में संविदा पर लिपिक और वार्ड ब्वाय की नौकरी निकली हैं।पांच साल बाद स्थाई
नौकरी पांच साल बाद स्थाई होने की बात कही गई थी। ये कहकर उसने अपने खाते में 17.50 लाख रुपये ऑनलाइन जमा करवा लिये। इसके बाद उसने टरका दिया कि सचिवालय से भर्तियां रद्द हो गईं, अब अगले साल होगी। पैसा जमा रहने दो। इसके बाद वह लगातार टरकाता रहा और गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पीडि़त ने मामले को लेकर एसीपी कल्याणपुर से गुहार लगाई। थाना प्रभारी देवेन्द्र कुमार दुबे ने बताया कि धोखाधड़ी और अमानत में खयानत की धाराओं में रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की गई है।