13 साल पुराना सपना हकीकत में बदला
-सेंट्रल मिनिस्टर नितिन गडकरी और सीएम योगी ने किया सीओडी ओवरब्रिज का वचुर्अल इनॉग्रेशन
- इनॉग्रेशन में कोविड प्रोटोकाल को किया गया दरकिनार, एक ही कुर्सी पर 2-2 लोग बैठे दिखे KANPUR: आखिरकार 13 साल बाद सीओडी ओवरब्रिज कानपुर की जनता को समर्पित कर दिया गया। थर्सडे को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने वर्चुअल इनॉग्रेशन किया। प्रोग्राम के दौरान सीओडी ओवरब्रिज की दूसरी लेन पर भी स्टेज बनाया गया, जिसमें सांसद सत्यदेव पचौरी ने पुल की दूसरी लेन का फीता काट कर संचालन शुरू कराया। इस दौरान कोविड नियमों को दरकिनार कर दिया गया। रुक-रुककर चलता रहा कामईयर-2009 में पुल बनाने की कवायद शुरू हुई थी। एक साल बाद जुलाई में विश्वा इंफ्राटेक कंपनी ने पुल पर काम शुरू किया। 2013-फरवरी में विश्वा इंफ्राटेक से करार खत्म हुआ ओर एक साल तक काम बंद रहा। फरवरी 2014 में एचएच इंफ्राटेक ने निर्माण कार्य शुरू किया। जून 2017 से पहले काम खत्म करना था, लेकिन कंपनी तय समय में काम नहीं कर पाई। इस वजह से एचएच इंफ्राटेक पर 3.84 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद आनन-फानन में 2018 में अधूरी दूसरी लेन शुरू कर दी और सितंबर 2019 में दूसरी लेन का भी काम पूरा हो गया।
कोविड रूल्स दरकिनार प्रोग्राम शुरू होने से पहले सभी कोविड नियमों के तहत मास्क और सैनेटाइजर दिए गए। लेकिन कार्यक्रम की समाप्ति तक न तो कोई मास्क पहने दिखा और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ। वहीं प्रोग्राम में कुर्सियों को सटाकर रखा गया था। साथ ही कई कार्यकर्ता तो कुर्सियों की संख्या कम होने से एक ही कुर्सी पर 2 बैठे दिखे। फीता काटने के दौरान भी न तो लोग मास्क पहने दिखे और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हुआ। यही नहीं फीता काटने के दौरान फोटो में शामिल होने के लिए पार्टी के लोगों ने सांसद के साथ भी धक्कामुक्की कर दी।