118 रोडवेज बसों का 'सरेंडर'
- अनलॉक 1.0 के साथ शुरू की गई बसों को डीजल खर्च के लिए भी नहीं मिल रहे थे पैसेंजर्स
-8 रूट की बसें की गई हैं सरेंडर, सबसे ज्यादा फजलगंज डिपो की 30 बसों को किया सरेंडर KANPUR: अनलॉक में पब्लिक की सुविधा के लिए शुरू की गई रोडवेज बसें विभाग के लिए सफेद हाथी साबित हो रही हैं। क्योंकि बसें भरी कम और खाली ज्यादा दौड़ रही है। उन्हें इतने भी पैसेंजर नहीं मिल रहे हैं कि डीजल खर्च भी निकल पाए। इसकी वजह से कानपुर रीजन की टोटल 118 बसों का सरेंडर किया गया है। 30 परसेंट भी नहींएक जून से अनलॉक के साथ ही रोडवेज ने कानपुर रीजन से स्टेट के लगभग सभी जिलों के लिए करीब 450 बसें शुरू की थीं। शुरुआती दिनों में तो बसों को खासी संख्या में पैसेंजर्स मिले। क्योंकि माइग्रेंट अपने घरों की ओर लौट रहे थे। हालांकि बाद में तेजी से पैसेंजर घटने लगे। हालत ये हो गई कि रोडवेज बस में सफर करने वाले पैसेंजर्स की संख्या 20 से नीचे पहुंच गई और बाद में यह संख्या और भी कम हो गई। इसकी मुख्य वजह कोरोना वायरस इंफेक्शन रही। लोग रोडवेज बस या किसी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने से बच रहे हैं।
50 परसेंट पैसेंजर जरूरी पैसेंजर्स की कमी के कारण रोडवेज को बसों का डीजल खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया। रोडवेज ऑफिसर्स के मुताबिक 50 परसेंट पैसेंजर होने पर ही डीजल का खर्च निकलता है। शायद यही वजह है कि रोडवेज बसों को सरेंडर किया जाने लगा है। इम्प्लाइज के मुताबिक कम इनकम कर रही बसों को सरेंडर को कहा गया है। कानपुर रीजन में आने वाले छह डिपो से कुल 118 बसों को सरेंडर किया गया है। इसमें साधारण किराया बसों के साथ जनरथ बस भी शामिल है। इन 8 रूट्स की बसें हुई सरेंडर कानपुर-लखनऊ कानपुर से कन्नौज- फर्रूखाबाद कानपुर से इटावा कानपुर से बांदा-चित्रकूट कानपुर से झांसी कानपुर से महोबा डिपो- सरेंडर बसों की संख्या आजाद नगर डिपो-17 विकास नगर डिपो-27 किदवई नगर डिपो-19 फजलगंज डिपो -30 फतेहपुर डिपो- 17 उन्नाव डिपो- 08 किदवई नगर डिपो- 01 ------ मुख्यालय से जारी हुए आदेश से कानपुर रीजन से कुल 118 बसों को सरेंडर किया गया है। जो भी बसें सरेंडर हुई हैं। इसमें कोई भी अनुबंधित बस शामिल नहीं है। - एके झा, क्षेत्रीय प्रबंधक कानपुर,