एचबीटीयू का 100 साल पुराना इतिहास ढूढ़ा जा रहा
- - 1921 से डायरेक्टर, डीन, एचओडी, उपलब्धियां और एल्युमिनाई को तलाशने के निर्देश
KANPUR: अपने इतिहास से दूर होना मतलब अपनी विरासत को गवां देना है। क्या आपको पता है कि एचबीटी यूनिवर्सिटी अंग्रेजों के जमाने की बनी है, लेकिन इतिहास की जानकारी यहां के जिम्मेदारों को ज्यादा नहीं है। इस वर्ष शताब्दी समारोह आयोजित किया जा रहा है, जिस पर यूनिवर्सिटी के इतिहास की याद आ गई है। अब उसको तलाश कर संजोने की तैयारी हुई है। 25 से श्ाताब्दी वर्षएचओडी और अन्य फैकल्टी को 100 साल की उपलब्धियों, डायरेक्टर, एल्युमिनाई, उस दौरान हुए करार, रिसर्च, टेक्निक को खोजने के लिए कहा गया है। शताब्दी वर्ष समारोह की शुरुआत 25 नवंबर से हो रही है। वाइस चांसलर प्रो। शमशेर की ओर से राष्ट्रपति को आमंत्रित किया जा चुका है। समारोह से पहले वेबिनार, आनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन शुरू हो गए हैं। देश और विदेश में रह रहे एल्युमिनाई को विश्वविद्यालय से जोड़ा जा रहा है। इस काम में एल्युमिनाई एसोसिएशन का सहयोग लिया जा रहा है।
गूगल से खोज रहे इतिहाससमारोह में विश्वविद्यालय के इतिहास को सबके सामने लाया जाएगा। पुरातन छात्र म्यूजिक के निर्माण के लिए सहयोग कर रहे हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों के पास अधिक जानकारी नहीं है। कुछ तो गूगल से इतिहास खोजने में जुटे हैं। कुलसचिव प्रो। नीरज सिंह ने बताया कि इतिहास तलाशने के लिए कहा गया है। उसको संजोया जाएगा।