जहां रखना है डस्ट फ्री, वहीं पॉल्यूशन का 'अंबार'
-सिटी में पॉल्यूशन के लिए जिम्मेदार 10 मुख्य सड़कों पर भी डस्ट महीनों से नहीं उठी
-रोड डस्ट उड़ने से होता है 14 परसेंट पॉल्यूशन, पानी के छिड़काव से पॉल्यूशन में थोड़ी आई कमी KANPUR : सिटी में डस्ट पॉल्यूशन 14 परसेंट तक है। इसको कम करने के लिए दर्जनों आदेश जारी किए गए। लेकिन आलाधिकारियों के यह आदेश जमीनी स्तर पर नहीं दिख रहे हैं। यही कारण है कि पॉल्यूशन का ग्राफ भी लगातार चढ़ रहा है। आलम ये है कि डस्ट को साफ करने के लिए सेलेक्ट की गई 10 मुख्य सड़कों पर डस्ट का अंबार लगा हुआ है। वाहनों के दौड़ने पर डस्ट पॉल्यूशन की धुंध आसमान तक दिखने लगती है। विजय नगर से फजलगंज, जरीबचौकी होते हुए टाटमिल तक डस्ट का अंबार लगा हुआ है। यही हाल अन्य प्रमुख सड़कों का भी है। सड़क पर डस्ट ही डस्टविजय नगर से जरीब चौकी होते हुए घंटाघर या टाटमिल के रास्ते पर डस्ट ही डस्ट मिलेगी। आज भी ये रास्ता पूरी तरह से अनडेवलप है, जबकि इसे डेवलप किया जाए तो एक बेहतरीन मॉडल रोड के रूप में कानपुराइट्स को अच्छा अहसास दिला सकती है। लेकिन अनदेखी के चलते रोड किनारे फुटपाथ पर टनों मिट्टी जमा है और सड़क पर डस्ट ही डस्ट नजर आती है। अवैध कब्जों की वजह से इस सड़क पर गंदगी का अंबार भी खूब रहता है। इसके अलावा रामादेवी चौराहा से जाजमऊ की तरफ बढ़ने पर भी डस्ट ही डस्ट सड़कों पर नजर आएगी, जिस पर नगर निगम की झाड़ू कभी नहीं चली।
पानी डालकर दूर कर रहे पॉल्यूशन नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी के लगातार दिए जा रहे कड़े निर्देशों के बाद भी सड़कों से डस्ट साफ नहीं की गई। सिर्फ पानी की बौछार कर सड़कों का पॉल्यूशन फ्री करने की कोशिश की जा रही है। जबकि सड़कों और डिवाइडर किनारे जमा डस्ट को पूरी तरह से साफ किया जाना था। साउथ सिटी में बढ़ रहा पॉल्यूशन गोविंद नगर, किदवई नगर, नौबस्ता, सचान चौराहा, बर्रा बाईपास, शास्त्री चौक, रतनलाल नगर समेत अन्य एरियाज में भी पॉल्यूशन बढ़ा है। वेडनसडे को वरिष्ठ पार्षद नवीन पंडित ने नगर आयुक्त से मिलकर शिकायत की कि साउथ सिटी में भी सड़कों किनारे डस्ट उठाई जाए और रेगुलर पानी का छिड़काव किया जाए। सेंट्रल पार्क में जलता रहा कूड़ावेडनसडे सुबह शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क में बड़ी मात्रा में कूड़ा जलता मिला। किसी ने कूड़े आग लगा दी, जिससे क्षेत्र में धुएं का गुबार छा गया। स्थानीय लोगों ने बाद में पानी डालकर आग को बुझाया।
यहां चलना था विशेष अभियान - जरीबचौकी से विजय नगर तक - जरीबचौकी से घंटाघर चौराहा तक - जरीबचौकी से टाटमिल चौराहा तक - रामादेवी चौराहा से जाजमऊ - विजय नगर से नमक फैक्ट्री चौराहा - वीआईपी रोड से अफीमकोठी होते हुए टाटमिल - गुमटी नं.-5 से गोल चौराहा - फजलगंज से मरियमपुर चौराहा - कोकाकोला चौराहा से रावतपुर तिराहा -रावतपुर तिराहा से चुन्नीगंज होते हुए परेड ये पॉल्यूशन के प्रमुख सोर्स इंडस्ट्रियल- 33 परसेंट व्हीकल- 20 परसेंट रोड डस्ट- 14 परसेंट कूड़ा जलाने से- 5 परसेंट एग्रीकल्चरल वेस्ट जलाने से- 4 परसेंट कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलेशन- 19 परसेंट वेडनसडे को पॉल्यूशन का हाल एरियाज एयर क्वालिटी इंडेक्स सिंहपुर मोड़ 247 एलएमएल चौराहा 154 गोल चौराहा 201 स्टील प्लांट तिराहा 109ग्रीन पार्क चौराहा 199
मूलगंज चौराहा 496 मेघदूत तिराहा 152 जाजमऊ ब्रिज 206 आईआईटी गेट तिराहा 259 साउथ सिटी में पॉल्यूशन से बुरा हाल एरिया एक्यूआई किदवई नगर चौराहा 210 शास्त्री चौक चौराहा 351 बर्रा चौराहा 312 नौबस्ता चौराहा 304 सनिगवां रोड 210 नोट- आंकड़े स्मार्ट सिटी से लिए गए हैं। एक्यूआई की मात्रा माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर में। ''पिछले सालों की तुलना में अक्टूबर में एक्यूआई काफी कम रहा है। सड़कों से डस्ट लगातार हटाई जा रही है। मैं स्वयं निरीक्षण करूंगा सड़कों पर डस्ट मिली तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी.'' -अक्षय त्रिपाठी, नगर आयुक्त।