करेंसी बदलने वाले 3 कारोबारियों के घर 1.10 करोड़ कैश, 20 किलो चांदी बरामद
कानपुर (ब्यूरो) कलक्टर गंज की मोती बिल्डिंग के नीचे संजय जैन, धनीराम मार्केट शक्कर पट्टी में संजय गुप्ता और मनोज गुप्ता की करेंसी बदलने की दुकानें हैं। उनके घर नौघड़ा में हैं। आईटी की टीम ने यहां काफी ज्यादा कैश होने की सूचना पर रेड की। तीन दुकानों और 2 घरों पर छापा मारा गया। आयकर आयुक्त की जांच के मुताबिक, एक साथ 5 स्थानों पर रेड की गई थी। इसमें कटे-फटे नोट बदलने के कारोबारी संजय गुप्ता, संजय जैन और मनोज गुप्ता के प्रतिष्ठान और घरों की तलाशी ली गई। संजय गुप्ता के घर और प्रतिष्ठान और संजय जैन की दुकान से कुल 1 करोड़ 10 लाख रुपए कैश बरामद किया गया है। संजय गुप्ता के घर से 20 किलो चांदी भी बरामद की गई है। मनोज गुप्ता के घर से कुछ भी बरामद नहीं किया गया।
2 बड़े बैग, एक अटैची
रेड के दौरान कारोबारियों के पास से कटे-फटे नोट बरामद नहीं किए गए। जबकि ये कारोबार ही कटे-फटे नोट बदलने का करते हैं। कारोबारी और उनके परिजन भी कैश के बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके। कैश जब्त कर जांच शुरू कर दी गई है। आयकर विभाग के अधिकारी घर और दुकानों पर मिले कैश को दो बड़े झोले और एक बड़ी अटैची में जब्त कर साथ ले गए हैं। संजय जैन कैश की कोई भी जानकारी नहीं दे सके, जिसके बाद कैश को आयकर विभाग ने जब्त कर लिया। कैश में बड़ी संख्या में 20, 10, 50, 100 और 500 के नए नोट शामिल हैं।
नयागंज, कलक्टरगंज, शक्करपट्टी बाजार करेंसी बदलने के मामले में यूपी का बड़ा गढ़ माना जाता है। क्योंकि यहां मेवा और मसालों का बड़ा कारोबार है। यहां पूरे प्रदेश से व्यापारी आते हैं। सुबह से शाम तक करोड़ों का लेनदेन होता है। ऐसे में व्यापारी भी बड़ी मात्रा में यहां सड़े-गले, कटे-फटे नोट बदल कर ले जाते हैं। नई गड्डी पर 300 रुपए कमीशन
व्यापारियों के मुताबिक, नई करेंसी देने के नाम पर मोटा कमीशन यहां वसूला जाता है। 10 हजार रुपए के नए नोट के बदले 300 से 500 रुपए तक कमीशन लिया जाता है। शुभ कार्यों में नए नोट की जरूरत वाले लोग यहां बड़ी संख्या में आते हैं। रेड में बड़ी मात्रा में नए नोट की गड्डियां बरामद हुई हैं। ये शादी-ब्याह के सीजन में कमीशन लेकर देने के लिए मंगाई गई थीं।
हवाला कनेक्शन की भी जांच
पुराने बाजारों में हवाला कारोबार भी कई बार पकड़ा जा चुका है। इतनी बड़ी मात्रा में कैश बरामद होने के बाद अधिकारी इस एंगल में भी जांच कर रहे हैं कि आखिर इस कैश का सोर्स क्या है। इसके अलावा व्यापार में कैश का लेनदेन कैसे और कहां-कहां होता है। रेड की सूचना के बाद इस व्यापार से जुड़े सभी कारोबारी अंडरग्राउंड हो चुके हैं।
1.10 करोड़ कैश और 20 किलो चांदी बरामद
5 जगह एक साथ आईटी की टीम ने मारे छापे
29 घंटे तक चली छापेमारी की कार्रवाई
2 कारोबारियों के ठिकानों से कुछ नहीं मिला